इराक में रविवार को बगदाद में स्थित अमेरिकी दूतावास के करीब एक विस्फोट हुआ था। ख़बरों के मुताबिक, यह किसी प्रकार की हताहत की सूचना नहीं आयी है। इराक के विभागों ने इस हमले के बाबत को जानकारी नहीं दी है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक विस्फोट का धमाका अमेरिकी दूतावास के करीब सुना गया था।
कुछ मीडिया चैनलो के अनुसार यह धमाका चेतावनी देने के लिए किया गया था। हाल ही में अमेरिकी विभाग ने इराक से सभी गैर जरुरी कर्मचारियों को वापस आने के आदेश दिए थे। साथ ही अमेरिकी विभाग ने अपने नागरिकों को इराक की यात्रा रोकने की सुझाव दिया था।
इराक में आतंकवाद, अपहरण और हथियारों से संघर्ष के कारण अमेरिका ने यात्रा चेतावनी जारी की थी। खबरों के मुताबिक यह विस्फोट शिया मुस्लिमों के गढ़ की तरफ से किया गया है। इराक और ईरान के बीच साल 1980 सद्दाम हुसैन के कार्यकाल के दौरान खुनी जंग हुई थी। आठ वर्षों की इस जंग में अमेरिका ने इराकी नेता का समर्थन किया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति ने अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच रविवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, “ईरान अगर युद्ध करना चाहता है तो यह ईरान का आधिकारिक अंत होगा। अमेरिका को दोबारा धमकी मत देना।”
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव मे अमेरिका को इराक में अपने सैन्य बलो को निशाना बनाये जाने की आशंका है। चीन की यात्रा के दौरान जावेद जरीफ ने बीजिंग और मास्को को समझौते की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने के लिए आग्रह किया था जबकि खतरनाक हालातो के लिए चेतावनी भी दी थी।