जिस समय एमएस धोनी अंपायरो के साथ ऑन फिल्ड बहस को लेकर सुर्खियो में थे, उसी समय दूसरी और उनकी टीम के साथी इमरान ताहिर ने अपने कप्तान की जमकर प्रशंसा की और कहा वह एक अच्छे कप्तान, अच्छे इंसान और एक सभी के लिए एक प्रेरणा है।
ताहिर ने एमएस धोनी की आकदमी के लॉंच पर कहा, ” वह एक अच्छा कप्तान और अच्छे इंसान है। वह हमेशा मदद करने के लिए खड़े रहते है।
40 वर्षीय स्पिनर ने आगे कहा, “यही मुझे बच्चों की मदद करने के लिए अकादमी में शामिल होने के लिए प्रेरित करता है। मैं उनसे सीखता हूं और वह एक महान प्रेरणा हैं।”
धोनी को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेले गए मैच में अंपायरो के साथ बहस करने पर उनकी फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था।
धोनी के इस कारनामे के बाद पूर्व क्रिकेटरो ने इस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि धोनी ने यहा पर एक अच्छी मिसाल कायम नही की है।
जब ताहिर से पूछा गया कि युवा खिलाड़ियो के लिए यहां से धोनी ने एक सही उदाहरण पेश किया है तो ताहिर ने इस पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
उन्होने कहा, ” मेरे पास जबाव नही है, मैं इसके लिए मांफी मांगता हूं।ठ
ताहिर ने यहां से चाइनमैन गेंदबाज कुलदीप यादव की भी जमकर प्रशंसा की और कहां 24 की उम्र में वह शानादर गेंदबाजी की है।
उन्होने कहा, ” मैं उन्हे एक बड़े स्तर पर रेट करता हूं। वह एक अच्छे स्पिनर है और वह विश्व क्रिकेट में अच्छा कर रहे है।”
इस बार विश्वकप में दक्षिण-अफ्रीका के जीतने के बारे में ताहिर ने कहा कि हमें इस बार कुछ सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है।
“मैं अपनी टीम के लिए अच्छा करने के लिए निश्चित रूप से जा रहा हूं।”
एमएस धोनी की अकादमी की कुल मिलाकर भारत, सिंगापुर और दुबाई में 17 ब्रांच है।
यह 17 वीं ब्रांच होगी, जो शहर के साल्ट लेक क्षेत्र में स्थित है। आयोजकों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के नगर पालिका बशीरहाट में जल्द ही दूसरी शाखा आने वाली है।
अभी इस अकादमी में भाग लेने के लिए 7 से 19 साल की उम्र के बच्चो के ट्रायल चल रहे है।
सत्राजीत लेहरी जो पूर्व रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी रह चुके है उन्होने कहा, ” अकादमी का फोकस मानसिक क्रूरता ना कि केवल क्रिकेट कौशलताए जो हमेशा से धोनी का फोर्टे रहा है।”
उन्होंने कहा, “हम छोटे बच्चों को भी प्रायोजित करने जा रहे हैं। हमारी सभी क्रिकेट अकादमी छोटे से गांव में है कि क्योंकि धोनी का बैकग्राउंड रांची के एक छोटे से गांव से था।”