भारत और पाकिस्तान के बीच जारी गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है और दोनों देशों की तरफ लगातार सीमा पर फायरिंग हो रही है। इस बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बयान जारी कर कहा कि “बुधवार को एलओसी के पार स्ट्राइक का मकसद भारत को यह बताना था कि, अगर वे यहां आ सकते हैं तो हम वहां जा सकते हैं।” इमरान खान ने दावा किया कि भारत के सीमा पार किये दो एमआईजी 21 विमानों को मार गिराया है।
अक्ल व बुद्धि से लें काम
उन्होंने कहा कि “हमने पुलवामा के हमले के बाद भारत को शान्ति का प्रस्ताव दिया था। मैं पीड़ित परिवारों के दर्द को समझ सकता हूँ। मैंने अस्पतालों में दौरा किया था और हिंसा से प्रभावित जनता के दर्द को देखा था। हमने भारत को शान्ति का दिया गया था। हम सहयोग करना चाहते हैं और हम इसके लिए तैयार हैं। मैंने भारत को आक्रमक रवैया न अपनाने का बाबत आगाह किया था।
उन्होंने कहा कि “इस वक्त हमें अक्ल और बुद्धि से काम लेना चाहिए। इस मसले को बातचीत से सुलझानी चाहिए। जंग को समाधान नहीं है, अगर तनाव बढ़ता रहेगा तो यह मेरे या मोदी के काबू में नहीं होगा। प्रथम विश्व युद्ध को एक हफ्ते में खत्म होना चाहिए थे लेकिन इसमें छह साल लग गए। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई 17 साल तक जारी रहेगी किसीने नहीं सोचा था।”
एलओसी के निकट पाकिस्तानी विमान ने हवाई सीमा का उल्लंघन किया, जिस पर भारत के कार्रवाई की तो भाग निकला। इस दौरान पाकिस्तान का एफ- 16 विमान क्रैश हो गया था। जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान का विमान भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहा था।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 मिराज और 200 लड़ाकू विमानों से आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादियों के ठिकानों पर 1000 किलोग्राम के बम गिराए और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था।