पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ कश्मीर मामले पर चर्चा की थी। जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छिनने के बाद तनाव काफी बढ़ गए हैं। खान ने रविवार को दो चिर प्रतिद्वंदियों ईरान और सऊदी अरब के बीच मध्यस्थता के लिए मदद की थी।
इमरान खान ने राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ राष्ट्रपति आवास पर वार्ता की थी और इसके बाद ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से मुलाकात की थी। पाकिस्तानी विदेशी विभाग ने बयान में कहा कि खान ने कश्मीर की स्थिति पर रूहानी के साथ चर्चा की थी और कश्मीर मामले पर ईरान के समर्थन का आभार व्यक्त की थी।
पाकिस्तान कश्मीर मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिशो में जुटा हुआ है क्योंक भारत ने जम्मू कश्मीर से 5 अगस्त को विशेष राज्य का दर्जा निष्प्रभावी कर दिया है लेकिन नई दिल्ली के मुताबिक, अनुच्छेद 370 को हटाना भारत का आंतरिक मामला है और इस्लामाबाद को सच्चाई स्वीकार कर लेनी चाहिए।
इमरान खान की इस साल यह ईरान की दूसरी यात्रा है। उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति के साथ न्यूयोर्क में यूएनजीए के 74 वें सत्र में द्विपक्षीय बैठक का आयोजन किया था। वह मंगलवार को सऊदी अरब की यात्रा पर जा सकते हैं। पाकिस्तान ईरान और सऊदी अरब के बीच संबंधो को सुधारना चाहता है।
पूर्व प्रधानमन्त्री नवाज शरीफ ने भी साल 2016 में दोनों के मध्य मतभेदों को कम करने के लिए दोनों राजधानियों की यात्रा की थी।