पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने बुधवार को कहा कि “यह राष्ट्र का वक्त था कि हवाला के आरोपियों की महिमा को रोका जाए। जिन्होंने देश को क्षति पहुंचाई और जनता को गरीबी के दलदल में धकेल दिया था।” उन्होंने मंगलवार को राष्ट्र को सम्बोधित किया था जहां उन्होंने विपक्षी दलों को फटकारा था। इसके बाद उन्होंने ट्वीट किये थे।
उन्होंने कहा कि “ऐसे किसी भी प्रोटोकोल को बढ़ाया नहीं जायेगा जहां ऐसे तत्व लोकतंत्र के पीछे शरण ले सके, उनका इशारा पीएमएलएन और पीपीपी सियासी दलों की तरफ था।” इमरान खान ने बजट पेश होने के बाद राष्ट्र को सम्बोधित किया था। इस दौरान पंजाब नेशनल असेंबली के विपक्षी नेता हमजा शाहबाज़ और पूर्व राष्ट्रपति असील अली ज़रदारी की गिरफ्तारी हुई थी।
इसके आलावा ब्रिटेन में एमक्यूएम के संस्थापक अल्ताफ हुसैन को भी लंदन पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सरकार ने दावा किया था कि रक्षा बजट में कोई परिवर्तन नहीं होगा और अगले वित्त वर्ष में यह 11525350 लाख ही रहेगा। लेकिन आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष रक्षा खर्च में 4.5 फीसद की वृद्धि हुई है।
इमरान खान ने कहा कि “सारी आर्थिक समस्या कर्ज के कारण है जो दस वर्षों में 6 लाख से 30 लाख बढ़कर हो गया है। पाकिस्तान अब स्थिर है। अर्थव्यवस्था को स्थिर करने का दबाव अब हट गया था। अब मैं भ्रष्ट नेताओं को जेल भेजूंगा। मैं एक एजेंडा के साथ एक उच्च स्तर की समिति का गठन करूँगा कि कैसे 10 सालो में कर्ज बढ़कर 24 लाख करोड़ हो गया है।”
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ भी साल 2018 में भ्रष्टाचार मामले में जेल की सजा काट रहे हैं। इमरान खान ने ऐलान किया कि उनकी सरकार का प्राथमिक फोकस अर्थव्यवस्था को स्थिर करना है। उनका ध्यान देश को इस बदतर स्थिति में लेकर जाने वालो को पकड़ने पर है।