पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को सऊदी अरब के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने व मैत्रीपूर्ण संबंधों को लेकर आश्वस्त करने के लिए सऊदी अरब का दौरा करेंगे। यह जानकारी शुक्रवार को दी गई।
डॉन न्यूज के अनुसार, अरब के एक सूत्र ने बताया कि हाल ही में रियाद के इन संकेतों के बाद कि वह 18 से 20 दिसंबर तक कुआलालम्पुर शिखर सम्मेलन में भाग लेने के खान के फैसले से खुश नहीं है, यह योजना बनाई गई।
कुआलालंपुर शिखर सम्मेलन मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के दिमाग की उपज है। शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के मौके पर न्यूयॉर्क में सितंबर में तुर्की, पाकिस्तान और मलेशिया को शामिल करते हुए एक त्रिपक्षीय बैठक के दौरान शिखर सम्मेलन की योजना को अंतिम रूप दिया गया था।
इस बीच, खान ने इससे पहले मामले को शांत करने के लिए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को रियाद भेजा था, जहां उन्होंने अपने समकक्ष प्रिंस फैसल बिन फरहान बिन अब्दुल्ला से मुलाकात की।
सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) के अनुसार, दोनों विदेशी मंत्रियों ने द्विपक्षीय एजेंडे पर बात करने के अलावा ‘क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में नवीनतम विकास पर चर्चा की।”
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने गुरुवार को अपने साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय राजनीतिक आदान-प्रदान इस भाईचारे के द्विपक्षीय संबंधों की पहचान है।
पिछले कुछ महीनों में खान सऊदी अरब और ईरान के बीच मध्यस्थता करने का प्रयास करते रहे हैं।
हालांकि, इस संबंध में पिछले प्रयासों की तरह, नवीनतम पहल को भी अधिक सफलता नहीं मिली।
फैसल ने मध्यस्थता परियोजना पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “हमने ईमानदारी से प्रयास करना जारी रखा है।”