पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने बुधवार को बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना को फ़ोन किया जब वह भारत की यात्रा के लिए रवाना होने वाली थी। खान ने हसीना से जम्मू कश्मीर की स्थिति के बारे में जानने का आग्रह किया था। भारत ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था।
पाकिस्तान इस्लामिक राष्ट्रों और दिग्गजों का समर्थन कश्मीर मामले पर अपने हक़ में लेने की कोशिश कर रहा है। हसीना के प्रेस सचिव इह्सनुल करीम ने पीटीआई से कहा कि “फ़ोन पर बातचीत के दौरा मित्रता के नजरिये का आदान प्रदान हुए थे और खान ने हसीना के इस स्थिति के बारे में विचारों को जानने की कोशिश की थी। प्रधानमन्त्री हसीना ने इस मामले पर उनके नजरिये को जानने के लिए खान का शुक्रिया अदा किया।”
अधिकारियो की जानकारी के मुताबिक ढाका और इस्लामाबाद के बीच संबंधो में हालिया प्रभाव देखने को मिला जो खान ने बीते वर्ष सत्ता सँभालने के बाद पहली दफा किया था। हसीना ने गुरूवार को नयी दिल्ली की अधिकारिक चार दिनों की यात्रा पर है। वह वैश्विक आर्थिक मंच के भारतीय आर्थिक सम्मलेन में सामिल होंगी। वह प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता का भी करेंगी।
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच राजनयिक और द्विपक्षीय संबंधो में कड़वाहट साल 2016 में आई थी जब ढाका ने इस्लामाबाद को उसके तीन अधिकारियो को वापस बुलाने के लिए मजबूर किया था और उन अधिकारियो का इस्लामिक चरमपंथियो से संबंध होने का आरोप लगाया था।