पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्व प्रधानमन्त्री शाहिद खाकान अब्बासी को गिरफ्तार किया गया है और इसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ के नेता अहसान इकबाल ने पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री पर हमला बोला था। उन्होंने कहा कि “हमारी पार्टी क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान को कभी भी पाकिस्तान का एडोल्फ हिटलर नहीं बनने देगी।” हिटलर जर्मनी के तानाशाह थे।
ताकतवर मंत्रियों की गिरफ़्तारी
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से पूर्व मंत्री ने कहा कि “क्या यहाँ हर एक नागरिक आतंकवादी है? हम अपनी जिंदगियों की कुर्बानी दे सकते हैं लेकिन इस सरकार को बेनकाब करने की राह से हम नहीं भटकेंगे।” ऐसी ही कुछ भावनाये पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने भी व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि “इमरान खान की चयनित सरकार, चयनित सांसदों के खिलाफ कार्रवाई का आयोजन कर रही है।” अब्बासी की रिहाई की मांग करते हुए बिलावल ने कहा कि “चयनित सरकार के द्वारा चुनी हुई जिम्मेदारियों को कभी स्वीकार नहीं किया जायेगा, चाहे वह विपक्षियों के खिलाफ गैर कानूनी और असंवैधानिक हथियारों का इस्तेमाल ही क्यों न करे।”
अब्बासी की गिरफ्तारी द्रवीय प्राकृतिक गैस के घोटाले में हुई थी। अब्बासी और अन्यो पर गैर कानूनी तरीके से एलएनजी टर्मिनल कॉन्ट्रैक्ट को 15 वर्षों के लिए एक कंपनी को देने का आरोप लगा था, इसमें नियमों की अनदेखी की गयी थी और इससे देश को नुकसान हुआ था।
भ्रष्टाचार का आरोप
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमन्त्री नवाज़ शरीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी की गिरफ्तारी के बाद देश में तीसरे सबसे बड़े राजनेता की गिरफ्तारी ने देश की सियासत को गर्मा दिया है। विभागों के दुरूपयोग के मामले में बीते वर्ष एनएबी ने अब्बासी और शरीफ के खिलाफ जांच शुरू की थी।
आबसी अगस्त 2017 से मई 2018 तक पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री थे क्योंकि शीर्ष अदालत ने नवाज़ शरीफ को पीएम पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था। शरीफ की सरकार में उन्होंने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला था।