अफगानिस्तान की शान्ति प्रक्रिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के हालिया बयान को स्पष्ट करने के लिए अफगानी सरकार ने पाकिस्तानी राजनयिक को तलब किया है। दोनों पड़ोसी देशों के मध्य विवाद एक बार फिर बढ़ गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सिब्गतुल्लाह अहमदी ने ट्वीट कर कहा कि “अफगानी विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी राजनयिक को तलब किया है और अफगानी मामलो में दखलंदाज़ी करने पर विरोध व्यक्त किया है।”
1/2 MoFA Summons Pakistan Embassy Counselor
MoFA I.R AFG summoned the Counselor of Pakistan's Embassy in Kabul and once again expressed its objection on PM Imran Khan's remarks. After Afghanistan acknowledged the explanation provided by the Pakistani Foreign Ministry as stating pic.twitter.com/CmogLClhYr— Sibghatullah Ahmadi (@Sibghat_Ah) April 6, 2019
2/2there was a misunderstanding in PM's remarks, Afghanistan's Amb returned to PK to resume his mission.AFG considers recent statements of ImranKhan explicit interference in intrnl affrs of AFG&deems PM's remarks a return to his previous stance and demands explanation by govt PK
— Sibghatullah Ahmadi (@Sibghat_Ah) April 6, 2019
इस माह में चौथी दफा काबुल ने इमरान खान के बयान पर पाकिस्तान से स्पष्टीकरण की मांग की है। इमरान खान ने बीते मार्च में कहा था कि “अमेरिकी और तालिबानी अधिकारीयों के बीच बातचीत आसान हो जाएगी यदि अफगानिस्तान में एक अंतरिम सरकार का गठन कर दिया जाए।”
इमरान खान ने शुक्रवार को एक अन्य रैली में इस मुद्दे पर कहा कि यह सिर्फ एक भाईचारे के नाते दिया गया सुझाव था। टोलो न्यूज़ के मुताबिक, इमरान खान ने कहा था कि “तालिबान के साथ शान्ति वार्ता के लिए अफगानिस्तान में अंतरिम सरकार की नियुक्ति करनी चाहिए क्योंकि मौजूदा सरकार शान्ति वार्ता में खलल डाल रही है।”
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय नें कहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और पाकिस्तान अफगानिस्तान में अमन चाहता है।
अशरफ गनी का कार्यकाल आधिकारिक रूप से मई में खत्म हो चुका है और उन्हें चुनावो का सामना करना है,लेकिन अफगानिस्तान में दो बार राष्ट्रपति चुनाव की तारीखे स्थगित की गयी है और अब यह 28 सितम्बर तय की गयी है।
अफगानिस्तानी विदेश मंत्रालय ने गुरूवार को कहा कि “पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान की स्पष्टता के बाद ही अपने राजदूत को वापस इस्लामाबाद भेजेंगे।”