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    पिछले महीने 11 दिनों तक इजरायल-हमास के बीच चले खून संघर्ष को सीजफायर का ऐलान कर बंद किया गया था। लेकिन एक बार फिर इजरायल और फिलिस्तीन आमने-सामने हैं। इजरायल ने एक बार फिर गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए हैं। दरअसल, गाजा ने दक्षिणी इजरायल में विस्फोटक से भरे गुब्बारे छोड़े, जिसके बाद संघर्ष विराम तोड़ते हुए इजराइट ने भी हवाई हमले किए।

    अगर यह मामला बढ़ता है तो इजरायल की नई बेनेट सरकार के लिए यह पहली परीक्षा होगी। बता दें कि इससे पहले पूर्वी यरूशलम में नंगलवार को इजरायली धुर दक्षिणपंथियों ने मार्च निकाला था, जिसे गाजा उकसावे वाली कार्रवाई मान रहा है।

    हर तरह के हमले के लिए हम तैयार: इजराइली डिफेंस फोर्स

    इजराइली फोर्स ने कतर के मीडिया हाउस अल जजीरा को बताया है कि उन्होंने हमास (इजराइल इसे आतंकी संगठन मानता है) के ठिकानों पर हमला किया है और वे हर तरह के हमले के लिए तैयार हैं। इससे पहले मई में 11 दिनों तक चले युद्ध में फिलिस्तीन के 253 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 66 बच्चे भी शामिल थे। हमास के हमले में इजराइल के भी 13 लोगों की मौत हुई थी।

    फ्लैग मार्च से बनी तनाव की स्थिति

    इससे पहले मंगलवार को इजराइल के दक्षिणपंथियों ने फ्लैग मार्च निकाला था। इससे वहां तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। पहले यह मार्च 10 जून को निकाला जाना था, लेकिन तनाव की स्थिति को देखते हुए इसकी तारीख आगे बढ़ा दी गई थी। मार्च के पहले हमास ने घोषणा की थी कि अगर यरूशलम मार्च निकाला गया तो वे अल-अक्सा मस्जिद की हिफाजत के लिए रॉकेट दागेगा।

    दो दिन पहले ही इजयराल में बदला है शासन

    इजरायल की दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के 49 वर्षीय नेता नफ्ताली बेनेट के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही देश में एक युग का अंत हो गया है। करीब 12 साल तक इजरायल पर राज करने वाले बेंजामिन नेतन्‍याहू काफी मशक्‍कत के करने बाद भी अपनी सत्‍ता को नहीं बचा पाए। नफ्ताली बेनेट ने रविवार को इजरायल के प्रधानमंत्री पदभार संभाल लिया।

    By आदित्य सिंह

    दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास का छात्र। खासतौर पर इतिहास, साहित्य और राजनीति में रुचि।

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