इजराइल ने शुक्रवार को टैंक और एयरक्राफ्ट से गाज़ा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बनाया था। इससे पूर्व इजराइल के सैनिकों पर गोलीबारी की गयी थी। इजराइल की सेना ने बयान जारी कर कहा कि “सैनिकों को किसी प्रकार की चोट न लगने की जानकारी मिली है।”
इजराइल का हमला
गाज़ा पट्टी पर फिलिस्तानी सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि इजराइल के हमले का निशाना हमास के सैन्य निगरानी चौकियां बनी थी हालाँकि फिलिस्तानी हताहत की कोई सूचना नहीं है। गाज़ा में फिलिस्तानियों ने इजराइल की सीमा पर एक हफ्ते तक हिंसक प्रदर्शन किया था और इजराइल से इस क्षेत्र की घेराबंदी खत्म करने की मांग की थी।
इसके बाद गाज़ा में फिलिस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि “प्रदर्शन के दौरान इजराइल के हमलो से 15 लोग घायल हुए हैं। इसमें दो चिकिस्तक सहयोगी और एक पत्रकार शामिल हैं।” इससे अधिक जानकारी नहीं दी गई है। प्रदर्शन की शुरुआत से गाज़ा में 264 फिलिस्तानी लोगो की इजराइल की सेना में हत्या की है। अधिकतर नागरिक संघर्ष के दौरान मारे गए हैं और अन्य हवाई हमले की वजह से मरे हैं।
इसी दौरान इजराइल के दो सियनिकों की भी मृत्यु हुई है। हमास ने शुक्रवार को फिलिस्तानी क्षेत्र में क़तर की सहायता की योजना की गति को बढ़ाने की मांग की है। बीते माह इजराइल और हमास के बीच काफी संघर्ष हुआ था और तनाव के बढंने के भय के कारण संघर्षविराम लगाया गया था।
गाज़ा के नागरिकों की मदद के लिए क़तर की की सहायता को बहाल करने की योजना है जो कार्यक्रमों के लिए यूएन को मदद करेगा। नवंबर में हमास के मित्र क़तर ने एक माह में 1.5 करोड़ डॉलर की मदद करने की प्रतिबद्धता दिखाई थी। इस रकम का असल में इस्तेमाल हमास के कर्मचारियों की तनख्वाह अदा करने के लिए किये जायेगा लेकिन इजराइल में राजनीतिक विरोध के कारण इसे रोक दिया गया था।
यूएन से क़तर की मदद मुहैया करने का किया आग्रह
गाज़ा में हमास पॉलिटिकल ब्यूरो के उप प्रमुख खलील अल हया ने कहा कि “वैकल्पिक योजना को यूएन में ठप कर दिया गया है। क़तर का फंड मौजूद है और विश्व बैंक द्वारा जारी फंड भी मौजूद है। लेकिन इस पर अमल करने की यूएन की प्रक्रिया काफी धीमी है।”
उन्होंने कहा कि “हम संयुक्त राष्ट्र और यूएन के राजदूत निकोलाय म्लाडेनोव से इसे जल्द अमल में लाने का आग्रह करते हैं।” अविकसित गाजा में 20 लाख फिलिस्तानी नागरिक रहते हैं और इजराइल, मिस्र व मेडिटेरियन के बीच फंस रखे हैं। इजराइल ने हमास के साथ तीन जंग लड़ी है और इस क्षेत्र को एक दशक से अधिक समय तक बंद रखा था। साथ ही मिस्र ने भी गाज़ा को विश्व से मिलाने वाले एक मात्र दरवाजे को भी बंद कर दिया था।