इजराइल की सेना ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने सीरिया में ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला किया था। इजराइल की सेना ने कहा कि उन्होंने ईरान को रेविलुशनरी गार्ड्स कूर्दस पर किया था। हालांकि इसके बाबत इजराइल ने अधिक जानकारी नही दी है।
इजराइल की सेना ने सीरिया की सेना को चेतवनो देते हुए कहा कि हमारी सेना या उनके सैन्य ठिकानों को नुकसान पंहुचाने को कोशिश न करें।
इजराइल की सेना ने रविवार को कहा था कि हमारे हवाई सुरक्षा तंत्र ने सीरिया के छोड़े एक रॉकेट को रोक दिया था। इससे पूर्व सीरिया ने भी इजराइल पर देश के दक्षिणी भाग पर हमला करने का आरोप लगाया था। सीरिया में तैनात मानवधिकार निगरानी समूह ने कहा कि इजराइल ने डमस्कस हवाई अड्डे और दजधानी के इलाके पर हमला किया था।
ईरान बमुश्किल ही ऐसे हमलों की जानकारी को सार्वजनिक करता है। उन्होंने कहा कि इजराइल के प्रमुख निशाना हिज़बुल्लाह और ईरानी सैन्य ठिकाने थे। रूस ने कहा कि ईरान ने इजराइल के सात प्रोजेक्टिल को ध्वस्त किया था।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पत्रकारों से कहा कि हमारी सिर्फ एक ही योजना है, सीरिया में ईरानी सैन्य ठिकानों को तबाह करना और जो हमें नुकसान पंहुचाये उसका विनाश करना।
बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य अधिकारी हालिया दिनों में सीरिया में हवाई हमलों की जानकारी को सार्वजनिक स्तर पर साझा करते रहे हैं। सीरिया में ईरान और रूस दोनो ही राष्ट्रपति बशर अल असद का समर्थन करते हैं।
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया से अपने सभी 2000 सैनिकों को वापस बुलाने का ऐलान किया किया था। सीरिया में अमेरिका, राष्ट्रपति बशर अल असद का विरोध करता है।