इजराइल में अमेरिका के राजदूत इजराइल डेविड फ्रीडमैन ने शनिवार को कहा कि “इजराइल के समक्ष वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर अधिग्रहण करने का हक़ है।” यह अंतर्राष्ट्रीय नियमो का उल्लंघन है और फिलिस्तीन ने इस बयान की कड़ी निंदा की है।
न्यूयॉर्क टाइम्स से फ्रीडमैन ने कहा कि “कुछ हालातो के तहत मेरे ख्याल से इजराइल को वेस्ट बैंक से कुछ वापस हासिल करने का अख्तियार है।” अप्रैल में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि “वह वेस्ट बैंक की कुछ बस्तियों पर जल्द ही अधिग्रहण का कार्य शुरू कर देंगे।”
यह निर्णय द्वी राज्य समाधान को परेशान कर सकता है। जिसके तहत इजराइल और फिलिस्तीन दो अलग देशों के तौर पर माने जायेंगे, जिसके अमेरिका बिल्कुल पक्ष में हैं। इजराइल के अधिकारीयों ने भी आगाह किया है कि वेस्ट के अधिग्रहित हिस्से में तनाव और हिंसा बढ़ सकती है और सेना को वहां के शहरी क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने के लिए मज़बूर करेंगे।
फिलिस्तीन के मुताबिक उनका वेस्ट बैंक पर पूरा नियंत्रण है और कहा कि यह भविष्य के देश की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। फिलिस्तीन इजराइल के खिलाफ अगले देश की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे है। अमेरिका ने अगले माह शान्ति योजना का खुलासा करने का ऐलान किया था।
हाल ही में बहरीन की राजधानी मनामा में अमेरिकी अध्यक्षता में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था जिसमे इजराइल-फिलिस्तीन शान्ति योजना पर बातचीत की गयी थी। यह वर्कशॉप कथित “डील ऑफ़ द सेंचुरी” के तहत आयोजित की गयी थी।
फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद शतेयह ने बीते हफ्ते कहा था कि “फिलिस्तीन संघर्ष का कोई भी समाधान राजनीतिक होना चाहिए और यह अधिगृहण पर आधारित होना चाहिए।”
राजनीतिक विश्लेषक हानि अल मसरी के मुताबिक, कुशनर ऐसे वक्त में इजराइल की यात्रा पर आये हैं जब संसद को भंग कर दिया गया है। इजराइल के चुनावो का आयोजन सितम्बर में होने का मतलब कुछ अधिक महीनो के लिए शान्ति योजना को होल्ड पर रखना है।”