इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि “गोलन पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नाम पर रखी जाने बस्ती के लिए क्षेत्र का चयन हो गया है और इसकी औपचारिक प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मैंने वादा किया था कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नाम पर एक समुदाय की स्थापना करूँगा।”
गोलन बस्ती का नाम ट्रम्प पर
साप्ताहिक कैबिनेट मीटिंग की शुरुआत में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “मैं आप सभी को सूचित करना चाहूंगा कि हमने गोलन हाइट्स पर एक नए समुदाय की स्थापना के लिए क्षेत्र का चयन कर लिया है और हमने इसकी प्रक्रिया की भी शुरुआत कर दी है।”
नेतन्याहू ने बीते हफ्ते इस कदम का संकल्प लिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने आधिकारिक तौर पर गोलन हाइट्स को इजराइल की सम्प्रभुता के भाग के तौर पर मान्यता दे दी थी। इस कदम के लिए इजराइल के पीएम अमेरिकी राष्ट्रपति का सम्मान करना चाहते हैं।
इजराइल ने सीरिया से गोलन को साल 1967 में छह दिनों तक जारी जंग में छीन लिया था। अमेरिका ने 25 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय आम सहमति को भंग कर दिया और गोलन को इजराइल का आधिकारिक भाग मान लिया था।
येरुशलम विवाद
दिसंबर 2017 में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि “वांशिगटन विवादित शहर येरुशलम को इजराइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देता है।” अमेरिका के इस निर्णय से फिलिस्तीन में विरोध हुआ क्योंकि पूर्वी येरुशलम को वह अपनी भविष्य के राज्य की राजधानी के तौर पर देखते हैं।
इसके बाद अमेरिका के दूतावास को तेल अवीव से येरुशलम के स्थातान्त्रित कर दिया गया था और इसका उद्घाटन 14 मई 2018 को किया गया था। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “उनकी सरकार के सत्ता पर आसीन होने के बाद वह इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंज़ूरी के लिए भेजेंगे।”
बीते माह इजराइल में आम चुनावो का दौर खत्म हुआ है जिसमे दक्षिपन्थी लिकुड पार्टी को सबसे अधिक सीटे मिली है। गठबंधन की सरकार के लिए बेंजामिन नेतन्याहू सभी दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर रहे हैं। मई की आखिरी तक वह गठबंधन की सरकार बनाएंगे।