इजराइल (Israel) के एयरक्राफ्ट ने गुरूवार को गाज़ा में हमास के ठिकानों पर हमला किया था और यह फिलिस्तीनी रॉकेट हमले के जवाब में था। बीते महीने संघर्ष के बाद यह पहले संजीदा सीमा पार हमला है। हाल ही में इजराइल ने गाज़ा के मछुवारो के लिए जलमार्ग को बंद कर दिया था और यह इस हफ्ते दक्षिणी इजराइल के मैदानों में हमले का प्रतिकार था।
बयान में सेना ने कहा कि “लड़ाकू विमानों ने हमास चरमपंथी समूह के एक परिसर के अंडरग्राउंड ढांचों पर हमला किया था, जिनकी गाज़ा पट्टी पर हुकूमत थी। इसमें किसी के भी जख्मी होने की खबर नहीं है। यह बीते रोज गाज़ा से दागे गया रॉकेट का जवाब था जिसकी पहचान एंटी मिसाइल प्रणाली के तौर पर हुई थी।”
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारीयों ने कहा कि “मई की शुरुआत में दो दिनों की भारी लड़ा के बाद गाज़ा से प्रोजेक्टाइल दागे गए थे जिसने इजराइल के चार नागरिको की मौत हो गयी थी और इजराइल के हमले में 21 फिलिस्तीनी नागरिकों को मौत हुई थी इसमें ऐसे आधे नागरिक थे।”
मिस्र, क़तर और संयुक्त राष्ट्रों के बीच एक संघर्षविराम संधि हुई थी, जिसके तहत हिंसा को खत्म करना था। करीब दो करोड़ लोग फिलिस्तीन के नागरिक गाज़ा में निवास करते हैं। इजराइल और मिस्र की बाधा के कारण उनकी अर्थव्यवस्था जूझ रही है। इसके साथ ही विदेशी सहायता में कटौती की गयी थी।
इजराइल ने कहा कि “हमास के हथियारों तक पहुंच को रोकने के लिए पाबन्दी जरुरी है।” इजराइल और हमास के बीच साल 2007 के बाद से तीन युद्ध हुए थे। इजराइल ने दो साल पूर्व छोटे तटीय क्षेत्र से आबादी और सैनिको को हटा लिया था।”
फिलिस्तीन के मुताबिक उनका वेस्ट बैंक पर पूरा नियंत्रण है और कहा कि यह भविष्य के देश की क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन है। फिलिस्तीन इजराइल के खिलाफ अगले देश की मांग के लिए प्रदर्शन कर रहे है। अमेरिका ने अगले माह शान्ति योजना का खुलासा करने का ऐलान किया था।