मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार पर चल रहे विवाद पर आज अनुपम खेर ने सेंसर बोर्ड को आड़े हाथ लिया है। खेर ने कहा है कि इस मामले में सेंसर बोर्ड का रुख दुर्भाग्यपूर्ण एवं हास्यास्पद है। जाहिर है इस मामले में सेंसर बोर्ड ने फिल्म में 8 सीन्स को काटने को कहा है। ऐसे में भंडारकर के अनुसार फिल्म का सार ही बदल जाएगा।
आपको बता दें कि इंदु सरकार का ट्रेलर आने से ही यह एक विवाद का मुद्दा बन गया है। फिल्म में 1975 में इंदिरा गाँधी द्वारा जारी की इमरजेंसी के बारे में दिखाया है। इससे कांग्रेस के अधिकारी रोष दिखा रहे हैं और फिल्म पर विरोध जता रहे हैं। कांग्रेस के अधिकारीयों ने मधुर भंडारकर के पुणे और नागपुर के प्रमोशन इवेंट को भी रद्द करवा दिया। इस सन्दर्भ में भंडारकर ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी से सवाल भी किये हैं।
इसके बाद अब सेंसर बोर्ड ने भी भंडारकर को फिल्म से 8 सीन्स को हटाने को कहा है। इसपर भंडारकर ने कहा है कि ऐसा करने से फिल्म का सार ही बदल जाएगा। इसको लेकर अब अनुपम खेर ने कहा है कि इस मुद्दे पर सेंसर बोर्ड का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण और हास्यास्पद है। खेर ने कहा, ‘हम 21वीं सदी में रह रहे हैं। मुझे लगता है कि लोग इतने जिम्मेदार हैं कि वे जानते हैं कि कुछ ऐसी चीजें नहीं करनी चाहिए जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे नहीं होनी चाहिए। हां, सही है, जब हम कुछ बना रहे हों तो हमें उसकी जिम्मेदारी का अहसास होना चाहिए लेकिन मुझे लगता है कि हम जो बनाना चाहते हैं, हमारे पास उसे बनाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए।’