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    इंडोनेशिया सुनामी

    इंडोनेशिया के मध्य इलाके को भूकंप और सुनामी ने तबाह कर दिया है। इंडोनेशिया का मंज़र इतना भयावह है कि स्वास्थ्य और खानपान का सामान उन तक पहुँचने के लिए कई इम्तिहानों से गुज़र रहा है। इस विपदा की चंगुल में फंसे 63 वर्षीय व्यक्ति ने नूडल खाते हुए कहा कि वह बहुत खुश है उन्होंने तीन दिन से एक निवाला नहीं खाया था।

    प्राकृतिक आपदा में सबसे अधिक क्षत-विक्षत हुए पालू शहर तक राहत सामग्री पहुंचना अभी बाकी है। इस भयानक तबाही के कारण सड़के टूट चुकी है और अधिक भुकंप ग्रस्त इलाकों में संपर्क साधने के सारे साधन ध्वस्त हो गये हैं। दोंग्गाला के एक व्यक्ति ने बताया कि ऐसा लगता वह इंडोनेशिया की सौतेली औलाद है क्योंकि सारी मदद पालू को दी जा रही है। उन्होंने बताया की वहां बहुत सारे बीमार और भूखे बच्चे फंसे हुए है।

    अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मृतकों का आंकड़ा 1,234 के पार पहुंच गया है। साथ ही कई शवों का मकानों के नीचे दबे होने की भी आशंका है।

    संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि लोगों को रहने के लिए शिविर, साफ़ पानी, भोजन, ईंधन और स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता है। उन्होंने कहा जरूरतें व्यापक है।

    इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मदद की गुहार लगाने पर 25 से अधिक देशों ने मानवीय मदद का प्रस्ताव दिया है। सरकार सहायता करने का भरसक प्रयास कर रही है। राहत सामग्री पहुँचाने वाली एजेंसी सरकार का सहयोग कर रही है।

    जकार्ता के प्रवक्ता ने बताया कि 12000 लीटर ईंधन लेकर एक विमान इंडोनेशिया भेजा गया है। साथ ही भोजन सामग्री से भरे ट्रकों को भी सुरक्षा कर्मियों की निगरानी में भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि सभी लोग भूख से तड़प रहे हैं। इनमे से कई ऐसे है, जिन्होंने पिछले कई दिनों से एक निवाला भी नहीं खाया। उन्होंने कहा वह लोगों में भोजन और चावल वितरित कर रहे हैं लेकिन यह पर्याप्त नहीं हैं। लगभग 62000 लोग विस्थापित हुए हैं।

    पालू में सुनामी और भूकंप ने जबरदस्त कहर बरपाया है। ऑस्ट्रेलिया ने 3.6 मिलियन डॉलर राहत पैकेज के साथ 50 स्वास्थ्य विशषज्ञों को भी इंडोनेशिया भेजने का ऐलान किया है। अमेरीका और चीन ने भी मदद का प्रस्ताव दिया है।

    इंडोनेशिया के सामाजिक मंत्रालय ने यूनिसेफ से बच्चों की सहायता के लिए सामाजिक कार्यकर्ता को भेजने के बाबत पूछा है। विश्व स्वास्थ्य संघठन ने आगाह किया है कि शिविर न होने से और जलभराव के कारण खतरनाक बीमारियाँ फ़ैल सकती है।

    इंडोनेशिया में पिछले अगस्त में आये भूकंप ने 505 लोगों का शिकार बनाया था।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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