जकार्ता, 7 मई (आईएएनएस)| इंडोनेशिया के उत्तर सुमात्रा प्रांत में मंगलवार को ज्वालामुखी विस्फोट हुआ, जिसके बाद आसमान में 2,000 मीटर की ऊंचाई पर धुएं का गुबार देखा गया।
आपदा प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय बोर्ड के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नूग्रोहो ने कहा कि माउंट सिनाबुंग में नारंगी लपटों के साथ विस्फोट 42 मिनट तक होता रहा।
उन्होंने कहा, “दूसरी सबसे बड़ी नारंगी लपटें हवाई क्षेत्र में संभावित उड़ान जोखिम की चेतावनी देती हैं।”
एफे समाचार के अनुसार, नूग्रोहो द्वारा जारी की गई तस्वीरों में दक्षिण पश्चिम दिशा में गांवों की तरफ काले बादल दिखाई दे रहे हैं जो राख की एक सफेद परत से ढके हुए हैं।
सिनाबुंग इंडोनेशिया का एकमात्र ऐसा ज्वालामुखी है, जिसमें विस्फोट का खतरा सबसे अधिक रहता है।
अधिकारियों ने गड्ढों के माध्यम से 3 से 7 किलोमीटर का सुरक्षा घेरा बना दिया है और हजारों लोगों को खतरे के क्षेत्र से बाहर निकाला।
विस्फोट में किसी भी प्रकार की ऐसी सामग्री नहीं थी जिससे नुकसान हो सके, लेकिन नुग्रोहो ने लावा के बहने को लेकर निवासियों को चेतावनी दी है।
ज्वालामुखीय विस्फोटक सूचकांक में 8 के पैमाने पर ग्रेड 2 से अधिक नहीं होने के बाद भी वर्ष 2014 में 2,460 मीटर तक फैले सिनाबुंग ज्वालामुखी में रूक रूक कर विस्फोट हुए, जिनमें 14 लोगों की मौत हो गई थी और दूसरी बार वर्ष 2016 में सात लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी।
इंडोनेशियाई द्वीपसमूह पैसिफिक रिंग ऑफ फायर के भीतर आता है, जो 127 सक्रिय ज्वालामुखियों के साथ उच्च भूकंपीय गतिविधि का एक क्षेत्र है, यहां एक वर्ष में हजारों झटकों का अनुभव होता है।