इस्लामाबाद, 8 मई (आईएएनएस)| पाकिस्तान में पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ईशनिंदा के आरोपों से मुक्त होने के बाद ईसाई महिला आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
ईशनिंदा के आरोप में निचली अदालतों से मृत्युदंड की सजा पाने वाली आसिया ने आठ साल जेल में बिताए थे।
डॉन ऑनलाइन ने विदेश विभाग के एक सूत्र के हवाले से कहा, “आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। वह आजाद व्यक्ति हैं और अपनी मर्जी से गई हैं।”
सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तानी मीडिया ने हालांकि यह उल्लेख नहीं किया है कि बीबी कहां गई हैं या कब गई हैं लेकिन मलूक के अनुसार वह कनाडा गई हैं।
ईशनिंदा के मामले मे दोषी ठहराए जाने के बाद चरमपंथी संगठनों द्वारा बार-बार जान से मारने की धमकी दिए जाने के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की रहने वाली पांच बच्चों की मां बीबी को देश से बाहर ले जाया गया।
उन्हें अपने परिवार से अलग रहना पड़ा था और 2018 में सजा से मुक्ति के बाद उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखा गया था। उनके बच्चे पहले ही कनाडा में हैं।
पड़ोसियों से बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने के आरोप में बीबी को 2010 में दोषी बताया गया था और फांसी की सजा सुनाई गई थी।
सर्वोच्च अदालत ने पिछले साल अक्टूबर में बीबी की सजा रद्द कर दी थी जिसके बाद कड़े ईशनिंदा कानून को मानने वाले धार्मिक कट्टरपंथियों ने हिंसक प्रदर्शन किया था, वहीं समाज के कई उदार धड़ों ने उनकी रिहाई की मांग की थी।
बीबी की सजा रद्द होने से पहले, कट्टर दक्षिणपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक (टीएलपी) ने बीबी के रिहा होने की स्थिति में सड़कों पर प्रदर्शन करने की धमकी दी थी। सजा रद्द होने के बाद हुए व्यापक विरोध प्रदर्शन से देश तीन दिन तक बिल्कुल अस्थिर हो गया था और टीएलपी के प्रमुख नेता समेत कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।