पाकिस्तान में ईशनिंदा की आरोपी आसिया बीबी की रिहाई को लेकर कोहराम मचा हुआ है। शीर्ष अदालत के आसिया बीबी को रिहा करने के आदेश से इस्लामिक समूहों ने पाकिस्तान में जमकर प्रदर्शन किया था।
इस प्रदर्शन को थामने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने इस्लामिक समूह के साथ समझौता किया था और आसिया बीबी के देश छोड़ने पर रोक लगा दी थी।
मीडिया ख़बरों के मुताबिक आसिया बीबी को नीदरलैंड भेज दिया है हालांकि पाकिस्तानी विभाग ने इन ख़बरों को अफवाह करार दिया है। प्रदर्शन के बीच आसिया बीबी को बुधवार रात मुल्तान जेल से रिहा कर दिया गया था। मीडिया खबरों के मुताबिक ईसाई महिला को रिहाई के बाद रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर ले जाया गया था, जहां से इसाई महिला को नीदरलैंड के लिए रवाना कर दिया गया था।
पाकिस्तान चैनल के मुताबिक आसिया बीबी को बुधवार मध्यरात्रि में 350 किलोमीटर दूर मुल्तान जेल से रिहा कर दिया गया था, इसके बाद वह विमान से नीदरलैंड चली गयी हैं। पाकिस्तान के विदेशी प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने बताया कि आसिया बीबी पाकिस्तानी सरजमीं पर ही है। यह खबरे अफवाह है कि बीबी ने देश छोड़ दिया है।
सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि सुर्खिया बनाने के लिए आसिया बीबी के देश छोड़ने की झूठी खबरे फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि आसिया बीबी का केस बेहद संवेदनशील है तो बिना तथ्यों के इस खबर को न फैलाये। तहरीक-ए-लाबैक पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि इमरान खान की सरकार ने आसिया बीबी को रिहा किया, जब नीदरलैंड के राजदूत कुछ अधिकारियों के साथ मुल्तान जेल पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद और रावलपिंडी में पार्टी के कार्यकर्ताओं को इत्त्लाह कर दिया गया है कि आसिया बीबी को देश न छोड़ने दें।
हाल ही में इटली ने कहा था कि वह आसिया बीबी की पाकिस्तान छोड़ने में मदद करेंगे क्योंकि वहां उनकी जान खतरे में है। आसिया बीबी के पति ने अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के नेताओं से पाकिस्तान छोड़ने में मदद करने के लिए कहा था।