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    आसियान सम्मलेन दक्षिणी चीन सागर

    फिलीपीन्स में चल रहे आसियान सम्मेलन में दक्षिणी चीन सागर का मुद्दा आसियान चेयरमैन के स्टेटमेंट ड्राफ्ट से बाहर निकल गया है। यानि की दक्षिणी चीन सागर पर आसियान के देश अब खुले तौर पर चर्चा नहीं कर पाएंगे। हालांकि दक्षिणी चीन सागर पर चर्चा का फैसला फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते के ऊपर काफी हद तक निर्भर है।

    पहले पूरी तरह से संभावना था कि अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देश दक्षिणी चीन सागर विवाद पर चर्चा कर सकते है। लेकिन अब दक्षिणी चीन सागर के मुद्दे को चेयरमैन के स्टेटमेंट ड्राफ्ट से बाहर निकाल दिया गया है।

    गौरतलब है कि फिलीपीन्स राष्ट्रपति ने रविवार को आसियान व्यापार एवं इन्वेस्टमेंट सम्मेलन में क्षेत्रीय विवाद को छोड़ने के लिए अपील की थी।

    चीन को घेरने की थी पूरी कोशिश

    इससे पहले शनिवार को वियतनाम में फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने दक्षिणी चीन सागर मुद्दे को उठाने की उम्मीद की थी।

    अब सोमवार को आसियान व चीन के बीच में दक्षिणी चीन सागर विवाद के लिए आचार संहिता निर्माण किए जाने को लेकर वार्ता शुरू होगी। इस आचार संहिता के निर्माण का उद्देश्य सभी संबंधित सदस्य देशों की सहमति से नियम बनाए जाएंगे।

    जिससे दक्षिणी चीन सागर में व्यापार करने वाले देशों को इस आचार संहिता का पालन करना पडेगा। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दक्षिणी चीन सागर क्षेत्रीय विवादों पर मध्यस्थ के रूप में सेवा देने की पेशकश भी की थी। कई देश इस मुद्दे पर चीन को घेरने की कोशिश में लगे हुए है।

    इससे पहले रविवार को फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतर्ते व उनकी पत्नी ने मनीला में आयोजित 31 वें आसियान शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में विश्व के नेताओं का स्वागत किया।

    इस दौरान भारत के प्रधानमंत्री भी तीन दिवसीय यात्रा  के दौरान यहां पहुंचे और विभिन्न देशों के नेताओं से हाथ मिलाया। चीन मुद्दे के अलावा इस सम्मेलन में मुख्य जोर व्यापार व निवेश संबंधी मुद्दो पर रहेगा। साथ ही पीएम मोदी आतंकवाद का मुद्दा भी उठा सकते है।