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    पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी

    पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी पर भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण विदेश की यात्रा करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि असिल अली ज़रदार और उनकी बहन फरयाल तालपुर पर मनी लौन्डरिंग यानी हवाला और जाली बैंक खाते के इस्तेमाल के आरोप है, वे दोनों 179 अन्य लोगों के साथ इस केस में संदिग्ध हैं।

    उन्होंने कहा कि 172 लोगों के मान ईसीएल यानी एग्जिट कंट्रोल लिस्ट में दर्ज कर दिए गए हैं। आसिफ अली ज़रदारी विपक्षी दल पाकिस्तान पीपल पार्टी के सह अध्यक्ष है और साल 2008-13 तक देश के राष्ट्रपति के पद पर भी रहे थे। पूर्व राष्ट्रपति पर लम्बी अवधि से भ्रष्टाचार के आरोप हैं और उन्हें पाकिस्तान में “मिस्टर तेन परसेंट” के नाम से जाना जाता है।

    बेनजीर भुट्टो

    यह ऐलान आसिफ अली ज़रदारी की धर्मपत्नी और दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 11 वीं पुण्यतिथि पर हुआ है। बेनजीर भुट्टो का निधन 27 दिसम्बर, 2007 को रावलपिंडी में एक चुनावी रैली के दौरान हुआ था, उम पर आत्मघाती बम और बंदूकों से हमला किया गया था।

    इस सप्ताह के शुरूआती हफ्ते में फवाद चौधरी ने कहा था कि जॉइंट इन्वेस्टीगेशन टीम को ज़रदारी के इस भ्रष्टाचार में संलिप्त होने कह सबूत मिला है। उन्होंने कहा था पूर्व राष्ट्रपति जाली बैंक खाते और कंपनियों के जरिये हवाला का कारोबार चलाते थे।

    सूचना मंत्री ने कहा कि “मुझे उम्मीद है अब पूर्व राष्ट्रपति जेआईटी को गंभीरता से लेने लग जायेंगे।” अलबत्ता आसिफ अली ज़रदारी ने इन आरोपों को खारिज किया है और पूर्व प्रधानमन्त्री व अपनी पत्नी की याद में आयोजित रैली में कहा कि इमरान खान पाकिस्तान की ताकतवर आर्मी के हाथों की कटपुतली है।

    उन्होंने कहा कि इमरान खान की सरकार को टीवी पर प्रस्तुत होना नहीं आता है और वे बेतुके बयान और भाषण देते रहते हैं। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उनके समक्ष आधारभूत समझदारी भी नहीं है।

    नवाज़ शरीफ को सज़ा

    हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमन्त्री नवाज़ शरीफ को सात साल के कारावास की सज़ा सुनाई गयी थी। साल 2017 में शीर्ष अदालत ने नवाज़ शरीफ को ताउम्र राजनीति के लिए अयोग्य घोषित किया था। नवाज़ शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ पार्टी को जुलाई में चुनाव के दौरान इमरान खान के दल ने शिकस्त दी थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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