हाल ही में मुंबई के एल्फिंस्टन रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मचने से हादसा हो गया था, जिसमे कई लोगो की जान चली गयी थी। इस पूल के पुनःनिर्माण को लेकर कई समय से मांग की जा रही थी। अब इस ब्रिज का निर्माण रेल मंत्रालय और सेना मिलकर करेगी। भारत की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय रेलमंत्री पियूष गोयल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौके पर जायजा लेने पहुंचे थे।
इस ब्रिज का निर्माण रेल मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय दोनों मिलकर करेंगे। सेना और रेलवे एल्फिंस्टन पूल का निर्माण युद्ध स्तर पर करेगी। सेना के इस पूल में साथ कार्य करने की वजह इस पूल के पास का हिस्सा सेना के अधीन होना है, इसी कारण सेना इस मसले पर रेलवे की मदद कर रहा है।
इस मौके पर राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम लोग सेना की मदद से तीन ब्रिजों का निर्माण करेंगे, इन पूलो का निर्माण कार्य लगभग जनवरी तक पूरा हो जायेगा। वहीं भारत के रेलमंत्री ने कहा कि हमने हादसे के कुछ वक़्त बाद रेलवे के कुछ अधिकारियो के साथ मिलकर बैठके की है। उन्होंने ब्रिज की जानकारी देते हुए कहा कि सेना और रेलवे मिलकर एल्फिंस्टन, करी रोड और एक अन्य ब्रिज को बनाएगी।
इस मौके पर भारत की रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थी उन्होंने कहा कि सेना ने हमेशा आपदा के समय ऐसे काम किये है। और मुझे भरोसा है कि आर्मी इस काम को भी जल्दी निपटा देगी।
29 सितम्बर को एल्फिंस्टन ब्रिज पर भागड़ा मचने से 23 लोगो की मौत हो चुकी है। यह घटना एल्फिंस्टन ब्रिज और परेल स्टेशन के बीच हुई थी। इस मामले में 35 से ज्यादा लोग घायल हो चुके है।
Mumbai: Railway Minister Piyush Goyal & Defence Minister Nirmala Sitharaman visit the site of #Elphinstone stampede pic.twitter.com/p3ObwJdKz4
— ANI (@ANI) October 31, 2017
इस घटना का कारण बारिश से हुई फिसलन को माना जा रहा है। रेलिंग का एक हिस्सा टूटने से यह हादसा हुआ था। सरकार ने मारे गए सभी लोगो के परिजनों को 10 लाख रूपये देने की घोषणा की थी। इस मुद्दे पर शिवसेना और मनसे ने भी सरकार पर निशाना साधा था।
मुंबई हादस की जाँच करने वाले पैनल ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि भगदड़ मचने का प्रमुख कारण पूल गिरने की अफवाह मचना है। जिसके कारण स्थिति बिगड़ती गयी। पैनल द्वारा दी हुई रिपोर्ट में ये सामने आया है कि भारी बारिश के कारण लोग एकदम से सीढ़ियों पर आ गये थे जिससे वहां (पूल) पर भीड़ हो गयी।