आर्थिक तनी की मार झेल रहे पाकिस्तान के प्रमुख इमरान खान देश की स्थिति को उभारने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के दौरे के बाद संयुक्त अरब अमीरात के क्राउन प्रिंस से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार, क्षेत्रीय और साझा हित के बाबत चर्चा की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की आर्थिक सेहत को सुधारने के लिए संयुक्त अरब अमीरात आर्थिक मदद मुहैया करने को तैयार है। बीते दो माह में इमरान खान दो बार यूएई के दौरे पर गए हैं। इमरान खान ने क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद से अबू धाबी के पैलेस में मुलाकात की थी।
इमरान खान के साथ वित्त मंत्री असद उमर, विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना अध्यक्ष कमर जावेद बजवा यूएई के दौरे पर गए थे। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी पीएम यूएई के उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शेख मुहम्मद बिन रशीद से भी मुलाकात करेंगे।
इससे पूर्व 19 सितम्बर की यात्रा के दौरान दोनों राष्ट्रों ने आर्थिक, व्यपार और निवेश संबंधों को मज़बूत करने पर सहमती जताई थी। ख़बरों के अनुसार यूएई के प्रतिनिधित्व समूह की पाकिस्तान में अधिकारिक यात्रा के दौरान उसने आर्थिक मदद के लिए औपचारिक आग्रह किया जायेगा।
मीडिया के अनुसार पाकिस्तान को यूएई की तरफ से सकारात्मक सन्देश मिल रहे हैं और उम्मीद है कि पाकिस्तान को एक अच्छा रहत पैकेज मुहैया किया जायेगा। पाकिस्तान के तेल निर्यातकों में यूएई एक प्रमुख राष्ट्र है। हाल ही में सऊदी अरब की सरकार ने पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर की मदद करने का ऐलान किया था।
इमरान खान आर्थिक राहत पैकेज के लिए चीनी दौरे पर भी गए थे। बहरहाल अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से बैलआउट पैकेज के लिए चर्चा इस हफ्ते से शुरू हो जाएगी। 20 नवम्बर को वित्त मंत्री एक समझौता पत्र लेकर आईएमएफ के समक्ष प्रस्तुत होंगे। पाकिस्तान का इस साल वित्त घाटा 12 अरब डॉलर का है। पाकिस्तान की सरकार आईएमएफ से कर्ज लेने की बजाये चीन, सऊदी अरब जैसे मित्र देशों से राहत पैकेज लेना चाहती है.।