मुकेश अंबानी ने अपने पिता धीरूभाई अंबानी की 85वीं जयंती के मौके पर छोटे भाई अनिल अंबानी की आरकॉम के वायरलेस परिसंपत्तियों को खरीदने की घोषणा की। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस जियो अनिल अंबानी के वायरेल करोबार को खरीदेगी।
बताया जा रहा है कि आरकॉम 4जी स्पेक्ट्रम और करीब 43000 टावर रिलायंस जियो को बेचेगी। रिलायंस जियो ने गुरूवार को आरकॉम और उसके सहयोगी कंपनियों की परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए एक निश्चित समझौता किया।
अनुमान लगाया जा रहा है कि आरकॉम ने जियो के साथ यह सौदा 24000 करोड़ रूपए में तय किया है, हांलाकि इन दोनों कंपनियों में से किसी ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है।
आरकॉम अपनी परिसंपत्तियां बेचकर चुकाएगी कर्ज
आरकॉम ने बयान दिया है कि वह अपने वायरलेस कारोबार की कुछ परिसंपत्तियां बेचकर अपना कर्जा चुकता करेगी। आपको जानकारी के लिए बता दें कि आरकॉम पर करीब 45000 करोड़ रूपए का कर्ज है।
यह सौदा एक बार दोनों भाईयों के बीच जा पहुंचा है, क्योंकि आज से एक दशक पूर्व मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के बीच हुए रिलायंस एम्पायर के बंटवारे के बाद दूरसंचार कंपनी अनिल अंबानी के हिस्से में आई थी। आप को बता दें कि घाटे तथा लदे कर्ज के चलते आरकॉम ने अपना वायरलेस कारोबार नवंबर महीने में ही बंद कर दिया था।
आरकॉम के सौदे से जियो के फाइबर नेटवर्क में तेजी आएगी: फिच रेटिंग्स
सीएनबीसी-टीवी 188 के एक साक्षात्कार में फिच रेटिंग ने रिलायंस जियो तथा रिलायंस कम्युनिकेशंस के बीच हुए सौदे पर अपने विचार और रीडिंग्स साझा किए। फिच रेटिंग्स के मुताबिक दोनों के बीच हुए इस करार से रिलायंस जियो के फाइबर नेटवर्क में तेजी देखने को मिलेगी।
जियो धीरे-धीरे अब अपने टैरिफ के दाम बढ़ा सकता है। जियो द्वारा टैरिफ की कीमतों के बढ़ोतरी उम्मीद इसलिए जगी है क्योंकि आरकॉम और जियो के बीच होने वाला यह सौदा 24000-25000 करोड़ रूपए का है। ऐसे में ऋण दबाव से मुक्ति पाने के लिए जियो अपनी टैरिफ कीमतेंं बढ़ाएगी।