लखनऊ, 27 जनवरी (आईएएनएस)| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा संचालित पहला सैनिक स्कूल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इस साल अप्रैल में शुरू होगा। रज्जू भैय्या सैनिक विद्या मंदिर (आरबीएसवीएम) नामक सैनिक स्कूल आरएसएस द्वारा संचालित अपने तरह का पहला स्कूल है। रज्जू भैय्या आरएसएस के पूर्व प्रमुख थे।
आरएसएस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, स्कूल की इमारत लगभग बन चुकी है और स्कूल में कक्षा छह में 160 बच्चों के पहले बैच के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं।
आरबीएसवीएम के निदेशक कर्नल शिव प्रताप सिंह ने कहा, “हम छात्रों को एनडीए, नेवल अकादमी और भारतीय सेना की प्रौद्योगिकी परीक्षा की तैयारी कराएंगे। पंजीकरण 23 फरवरी तक जारी रहेगा। प्रवेश परीक्षा एक मार्च को होगी। हम छात्रों में तर्क शक्ति, सामान्य ज्ञान, गणित और अंग्रेजी की क्षमता का परीक्षण लेंगे। लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार लिया जाएगा और उसके बाद मेडिकल जांच होगी। हम छह अप्रैल से सत्र शुरू कर देंगे।”
युद्ध में शहीद हुए कर्मियों के बच्चों के लिए आठ सीटें आरक्षित की गई हैं। शहीदों के आश्रितों के लिए आयु में भी छूट प्रदान की गई है। स्कूल में और किसी प्रकार का आरक्षण नहीं है और यह सीबीएसई पाठ्यक्रम चलाएगा।
स्कूल ने शिक्षकों और प्रशासकीय स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जो फरवरी के अंत तक पूरी हो जाएगी।
स्कूल का प्रधानाचार्य आरएसएस की शिक्षा इकाई विद्या भारती उपलब्ध कराएगी।
स्कूल में छात्रों और शिक्षकों का यूनीफॉर्म भी तय है। छात्रों के लिए हल्के नीले रंग की शर्ट और गहरे नीले रंग का पैंट होगा, वहीं शिक्षकों के लिए सफेद रंग की शर्ट और ग्रे रंग का पैंट तय किया गया है।
सैनिक स्कूल पूर्णत: आवासीय स्कूल है।
आरएसएस के पदाधिकारी ने कहा, “इसके तहत छात्रों को शिक्षा देने के साथ-साथ नैतिक और आध्यात्मिक मार्गदर्शन करने का उद्देश्य है और यह सिर्फ एक आवासीय विद्यालय में संभव है।”