आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने एक स्कूल मे झंडारोहण कर फिर से विवाद को जन्म दे दिया है। विवाद का आधार यह है कि राज्य सरकार ने सिर्फ सरकारी अधिकारियों को ही झंडारोहण के निर्देश दिए थे।
आरएसएस चीफ, व्यासा विद्या पितोम स्कूल में राज्य स्तरीय, तीन दिवसीय शिबीराम सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। यही उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडारोहण किया।
राज्य सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर सारे स्कूल-कॉलेज एंव सरकारी दफ्तरों को यह निर्देश दिए कि राज्य मे सभी झंडारोहण समारोह सिर्फ सरकारी अफसरों द्वारा किए जाएंगे।
सर्कुलर मे लिखा गया है कि, झंडारोहण सिर्फ संस्थान के अध्यक्ष द्वारा किया जाएगा। झंडारोहण के दौरान राष्ट्रीय गान बजाना आवश्यक है।
हालांकि आरएसएस ने सफाई दी कि यह सर्कुलर सिर्फ सरकारी स्कूलों के लिए है, नाकि निजी संस्थानो द्वारा संचालित स्कूलों के लिए।