आम आदमी पार्टी (आप) अगले साल होने वाले आम चुनावों की तैयारियों और देश के मौजूदा राजनितिक हालत पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय परिषद् की मीटिंग आगामी शनिवार 29 दिसंबर को होगी।
पार्टी के संविधान के मुताबिक़ अरविन्द केजरीवाल का पार्टी अध्यक्ष के पद पत्र कार्यकाल पूरा हो रहा है लेकिन सूत्रों के अनुसार इस बैठक में पार्टी के नियमों में संशोधन कर उन्हें तीसरी बार पार्टी अध्यक्ष बनाया जा सकता है असीमित अधिकार दिए जा सकते हैं।
आम आदमी पार्टी के संविधान के अनुसार लगातार तीसरी बार कोई पार्टी अध्यक्ष नहीं बन सकता। केजरीवाल का कार्यकाल 2019 में ख़त्म हो रहा है। केजरीवाल को अप्रैल 2016 में तीन साल की अवधि के लिए दूसरी बार AAP का राष्ट्रीय संयोजक चुना गया था। सूत्रों ने कहा कि अगले साल अप्रैल में राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने की संभावना कम ही है, क्योंकि पार्टी लोकसभा चुनाव में व्यस्त रहेगी।
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पार्टी के एक नेता ने कहा, “इस बात की भी संभावना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी मौजूदा पदाधिकारियों को छह महीने का विस्तार दे सकती है और 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद आंतरिक चुनाव करा सकती है।”
राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले, बैठक के एजेंडे को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शुक्रवार को बैठक होने की उम्मीद है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा किसी भी बड़े फैसले को राष्ट्रीय परिषद द्वारा अनुमोदित किया जाना है, जिसमें पार्टी के संस्थापक सदस्य शामिल हैं।
इस बैठक में 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र भाजपा को हारने के लिए कांग्रेस के साथ संभावित गठबंधन पर भी कार्यकर्ताओं का मन टटोले जाने की उम्मीद है। दिल्ली के सियासी गलियारों में इन दिनों आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन की सुगबुगाहट तेज है।
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