सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ से बिना शर्त माफी मांगने के निर्देश के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने कहा है कि उन्होंने उनसे मिलने के लिए समय मांगा है। चड्ढा को इस साल की शुरुआत में धनखड़ के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था।
Pursuant to order of the Hon’ble Supreme Court today where I undertook to meet the Hon’ble Chairman of Rajya Sabha personally, I have sought an appointment from the Hon’ble Chairman for an early meeting in respect of my suspension as a Member of Parliament.
— Raghav Chadha (@raghav_chadha) November 3, 2023
चड्ढा को 11 अगस्त को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक पर बहस के दौरान धनखड़ के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। चड्ढा ने धनखड़ पर पक्षपातपूर्ण होने और विपक्षी सदस्यों को बोलने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया था।
चड्ढा की टिप्पणी के बाद धनखड़ ने उन्हें सभागृह से बाहर निकलने का निर्देश दिया था। हालांकि, चड्ढा ने सभागृह से बाहर निकलने से इनकार कर दिया था। इसके बाद धनखड़ ने चड्ढा को शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया था।
चड्ढा ने अपने निलंबन के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को अपने फैसले में कहा कि चड्ढा को धनखड़ से माफी मांगनी चाहिए और सभापति को इस माफी पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।
सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि चड्ढा धनखड़ से माफी मांगने के लिए तैयार हैं और सभापति को इस माफी पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए। अदालत ने यह भी कहा कि चड्ढा को माफी मांगने के लिए व्यक्तिगत रूप से धनखड़ से मिलना उचित होगा।
चड्ढा ने कहा है कि उन्होंने अपनी माफी मांगने के लिए धनखड़ से जल्द मुलाकात के लिए समय मांगा है। उन्होंने कहा कि उनका कोई इरादा उस सदन की गरिमा को प्रभावित करने का नहीं है जिसके वह सदस्य हैं।
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि चड्ढा की माफी पर विचार करने के लिए धनखड़ उनसे कब मिलेंगे। हालांकि, अगर चड्ढा की माफी स्वीकार कर ली जाती है, तो यह उनके निलंबन को रद्द करने और उन्हें राज्यसभा लौटने का मार्ग प्रशस्त करेगा।