आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी दिल्ली में कांग्रेस के साथ तब गठबंधन होगा जब वह
हरियाणा में भी गठबंधन के लिए राजी होगी और साथ ही और साथ ही दिल्ली के पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को समर्थन करेगी।
उन्होंने कहा कि, ‘दोनों ही पार्टियों के बीच दिल्ली में गठबंधन पर तब तक बात नही होगी जब तक पंजाब और हरियाणा में गठबंधन पर रज़ामंदी नही हो जाती’।
यह बातचीत 18 सीटों पर होनी हैं, जिसमें दिल्ली में 7, हरियाणा में 10 और चंडीगढ़ में 1 सीट पर। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हैं जब कांग्रेस हरियाणा में गठबंधन के लिए मान जाए।
उन्होंने का कि ‘हम कांग्रेस को चंडीगढ़ में तब ही समर्थन देंगे जब कांग्रेस आप को हरियाणा में फरीदाबाद, गुरूग्राम और करनाल में समर्थन देगी। आप नेता ने कहा कि यह दोनों शर्ते आप प्रमुख अरविंद केजरिवाल, संजय सिंह मनिष सिसोदिया और गोपाल राय ने बैठक कर निश्चत की’।
उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस को अगर दिल्ली में आप के साथ गठबंधन करना हैं तो उसको खुले आम दिल्ली के पूर्ण राज्य की मांग का समर्थन करना होगा’।
पंजाब में गठबंधन की संभावना वहां के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंनदर सिंह के विरोध के बाद कम होती नजर आ रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ‘पंजाब और हरियाणा में आप या किसी और दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन पर कोई चर्चा नही हो रही हैं’।
सूत्रों के अनुसार, इस से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को गठबंधन के मुद्दे पर बात करने के लिए एक बैठक रखी थी जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस दिल्ली अध्यक्ष शीला दीक्षित भी मौजूद थी।