लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अपना सख्त रुख रखते हुए आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि अगर हरियाणा और दिल्ली में सीटों के साझा होने पर समझौता नही होता तो इस गठबंधन का कोई मतलब नही बनता।
पत्रकारों से बात करते हुए आप दिल्ली इकाई के अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि पार्टी अकेले दम पर भारतीय जनता पार्टी को हराने में सक्ष्म हैं।
पहले ही दिन से, हम अकेले दिल्ली में ही गठबंधन पर बात नही कर रहे थे। हम बात कर रहे थे पीएम मोदी को हराने की। इस के लिए, हमने 2014 की तरह पूरे देश से चुनाव न लड़ कर कांग्रेस और अन्य दलों की सहायता से सिर्फ 33 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया हैं। लेकिन कांग्रेस इस ओर ध्यान ही नही दे रही।
राय का यह बयान कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के बयान के एक दिन बाद आया जिसमें उन्होंने कहा था कि देश की सबसे पुरानी पार्टी आप से दिल्ली और पंजाब में गठबंधन नही करने जा रही हैं।
आप नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया की दिल्ली में गठबंधन तभी संभव हैं जब हरियाणा में सीटों के साझा करने पर चर्चा हो गई। आप नेता ने कहा की हम गुरूग्राम, फरीदाबाद और करनाल में सीटें चाहते हैं, जबकि कांग्रेस नई दिल्ली में चांदनी चौक और उत्तर पश्चिम दिल्ली में सीट की मांग कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस महा भ्रम में हैं और हर रोज यह उजागर हो रहा हैं। मैं सुरजेवाला से पुछना चाहता हुं कि वह जींद चुनाव जैसी गलती क्यों दोहराह रहे हैं। पंजाब में उन्होंने कहा कि वहां कांग्रेस मजबूत हैं और कैप्टन अमरिंदर भी गठबंधन के पक्ष में नही हैं।
राय ने कहा कि अरविंद केजरिवाल की नेतृत्व वाली पार्टी आप, कांग्रेस और जेजेपी मिलकर हरियाणा में 10 सीटों पर जीत सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस का आत्म प्रेम और अहंकार यह गठबंधन होने नही दे रहा।
दिल्ली मे 12 मई को चुनाव होने हैं, और केवल आप ने ही सातों लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की हैं।