आधार कार्ड को अनिवार्य करने की मांग को लेकर मोदी सरकार इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ रही है, वही अब बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस योजना के विरोध में स्वर उठाया है। स्वामी ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी इस मुद्दे का विरोध किया था, ममता ने सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका भी डाली थी जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका की सुनवाई करने से इंकार कर दिया।
क्या कहा सुब्रमन्यण स्वामी ने
भाजपा नेता स्वामी ने आधार को अनिवार्य करने के मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि आधार को अनिवार्य करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने आगे लिखा कि वे इस बारे में पीएम को चिठ्ठी लिखेंगे, और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस फैसले को ख़ारिज कर देगा।
I am writing a letter soon to PM detailing how compulsory Aadhar is a threat to our national security. SC will I am sure strike it down.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 31, 2017
ममता ने भी किया था विरोध
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी आधार को अनिवार्य करने पर विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि वह आधार से अपना मोबाइल नंबर लिंक नहीं करवाएगी। और मोबाइल कम्पनी उनका कनेक्शन काट कर दिखाए। ममता ने आधार को अनिवार्य ना करने की कई वजह बतायी, उन्होंने कहा कि जैसे ही हम लोग आधार से मोबाइल नंबर लिंक करेंगे तो केंद्र सरकार को सब पता चल जाएगा। घर में आप क्या खा रहे है, पति-पत्नी क्या बात कर रहे है।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में ममता बनर्जी को झटका देते हुए सुनवाई से इंकार कर दिया था। और कहा था कि कैसे एक राज्य सरकार केंद्र के कानून का विरोध कर सकती है। आगे सर्वोच्च न्यायलय ने ममता बनर्जी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में याचिका दाखिल करने को कहा था।
विकीलीक्स ने भी किया आगाह
सनसनीखेज खुलासे करने वाली बहुचर्चित वेबसाइट विकीलीक्स ने भी पूर्व में ट्वीटर पर जानकारी देते हुए कहा था कि अमेरिकन ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए भारत के आधार कार्ड के डेटा में सेंध मार सकता है। विकीलीक्स ने इसी मामले मे सीआईए के आधार कार्ड के बायोमेट्रिक डेटा में सेंध की बात भी कही थी। हालाँकि भारतीय अधिकारियो ने इस खबर को सिरे से ख़ारिज कर दिया था।
Has the CIA already stolen India's #Aadhaar database? https://t.co/hFcALy2Lki #modi
— WikiLeaks (@wikileaks) August 25, 2017