उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनुच्छेद 370 को रद्द करके और जम्मू एवं कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने से संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का सम्मान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, “बाबा साहेब के चेताने के बावजूद 1952 में संविधान में अनुच्छेद 370 को जोड़ा गया। आशंका के अनुसार यह अनुच्छेद अलगाववाद की वजह बना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे खत्म कर आंबेडकर का सम्मान किया।”
बाबा साहेब के परिनिर्वाण दिवस पर शुक्रवार को यहां डॉ. आंबेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में योगी ने कहा, “कांग्रेस के नेता आंबेडकर की प्रतिभा से जला करते थे, जिसके कारण वह उन्हें अनसुना करते थे। बाबा साहेब के मना करने के बावजूद अनुच्छेद 370 को जोड़ा गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खत्म कर बाबा साहेब का सम्मान किया और इसी कड़ी में उनसे जुड़े देश-विदेश के पांच प्रमुख स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में भी बदलने का कार्य किया।”
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “हम आंबेडकर के नाम पर एक ऐसा स्मारक बनाना चाहते हैं, जहां हर सीजन में उनसे जुड़े कार्यक्रम हो सकें।”
उन्होंने डॉ. आंबेडकर महासभा से अपील करते हुए कहा कि “वे समाज के युवा उद्यमियों की पहचान करें। इन उद्यमियों को एक-एक करोड़ रुपये का ऋण मुहैया करवाएं। प्रदेश में बैंकों की करीब 18,000 शाखाएं हैं। अगर हर शाखा ऐसे एक पुरुष और महिला उद्यमी को स्वावलंबी बनाने में मदद करे, तो आर्थिक और सामाजिक समानता में यह बहुत मददगार सिद्ध होगी।”
योगी ने कहा कि समाज के सबसे वंचित तबके के हित के लिए आजादी के बाद वायदे तो बहुत हुए, पर ईमानदारी से काम नहीं हुआ। अगर काम हुआ होता तो अब तक सामाजिक-आर्थिक असमानता काफी हद तक दूर हो गई होती।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “वंचित वर्ग के हित में असली काम तो मोदी जी ने किया है और हम उसे आगे बढ़ा रहे हैं। अब तक 28 लाख प्रधानमंत्री आवास, 2़61 करोड़ शौचालय, 1़16 करोड़ लोगों को नि:शुल्क बिजली और 1़.46 करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस के कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इन योजनाओं से सर्वाधिक लाभान्वित यही वर्ग है।”