भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने जोर देते हुए कहा कि आतंकवाद को को खत्म करने के लिए सभी देशो को एकजुट होकर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए और आतंकवाद के सहयोगियों राष्ट्रों को अलग थलग देना चाहिए। उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आज के विश्व के लिए आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। सभी राष्ट्रों को एकजुट होकर प्रयास करना चाहिए और आतंकवाद को जड़ से खत्म करना चाहिए और साथ ही उन सभी राष्ट्रों को अलग थलग करना चाहिए जो आतंकवाद का समर्थन करते है।”
लिथुआनिया के नागरिकों के लिए भारत ने ई वीजा सुविधा में विस्तार किया है। उन्होंने लिथुआनिया के कारोबारियों को भारत में कारोबार के मौके का लाभ उठाने का आग्रह किया है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन साझेदार के तौर पर लुथानिया को पाकर हम खुश है। भारत साल 2022 तक सौर उर्जा से 100 गीगाबाइट उर्जा का सृजन करने की योजना बना रहा है।
दोनों देशों ने संस्कृति, कृषि और कानूनी सहयोग को बढाने के लिए तीन एमओयू पर दस्तखत किये हैं। इस समझौतों पर दस्तखत के गवाह नायडू और नौसेडा रहे है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि ऐतिहासिक संबंधों को विविध बना रहे हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और राष्ट्रपति गितानस नौसेडा स्कृति, कृषि और कानूनी सहयोग को बढाने के लिए तीन समझौतों पर दस्तखत के गवाह नायडू और नौसेडा रहे है।
वेंकैया नायडू तीन बाल्कन राष्ट्रों की यात्रा पर है, वह लिथुआनिया, लाटविया और एस्टोनिया की यात्रा पर है। वह शनिवार को लिथुआनिया की यात्रा पर पंहुचे थे। उपराष्ट्रपति का स्वागत विदेश मंत्री लिनस लिंकेविसिउस, लिथुआनिया में भारत के राजदूत त्सेवांग नामग्याल और अन्यो ने किया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में भारत की स्थायी सदस्यता का लिथुआनिया का समर्थन करता है। उपराष्ट्रपति को लिथुआनिया के इतिहास की संस्कृत में किताब को भेंट दी थी। लिथुआनिया की भाषा का संस्कृत से काफी जुड़ाव है। मुझे उम्मीद है कि लिथुआनिया की संस्कृति, इतिहास और समाज पर अधिक किताबे भारतीय भाषा में प्रकाशित की जाएगी।