बिश्केक, 14 जून (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि जो देश आतंकवाद का समर्थन करते हैं, इसे प्रोत्साहित करने के साथ-साथ वित्तीय सहायता मुहैया कराते हैं, ऐसे देशों को उनके क्रियाकलापों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
यहां एससीओ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इसके सदस्य देशों का विजन क्षेत्र में स्वस्थ सहयोग को मजबूत करना है और ‘हेल्थ’ इसके लिए एक अच्छा जरिया हो सकता है।
उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि ‘एचईएएलटीएच (हेल्थ)’ में ‘एच’ हेल्थकेयर कोऑपरेशन (स्वास्थ्य सुविधा सहयोग), ‘ई’ इकोनामिक कोऑपरेशन (व्यापारिक सहयोग), ‘ए’ अल्टरनेट एनर्जी (वैक्लपिक ऊर्जा), ‘एल’ लिटरेचर एंड कल्चर (साहित्य और संस्कृति), ‘टी’ टेररिज्म फ्री सोसाइटी (आतंक मुक्त समाज) और ‘एच’ ह्यूमनटेरियन कोऑपरेशन (मानवतावादी सहयोग) का द्योतक है।
मोदी ने कहा कि श्रीलंका में आतंक प्रभावित स्थल का दौरा करने के दौरान उन्होंने आतंकवाद का कुरूप चेहरा देखा, जो कहीं भी सिर उठा सकता है और निर्दोष लोगों की जान ले सकता है।
उन्होंने कहा, “इन सबसे निपटने के लिए, सभी मानवीय ताकतों को अपने संकीर्ण चिंताओं से मुक्त होकर सामने आना चाहिए और एकजुट होना चाहिए। आतंकवाद को समर्थन, सहायता या वित्तपोषण करने वाले देश को जिम्मेदार ठहराया जाना जरूरी है। एससीओ देशों को आतंकवाद मिटाने के लिए एसीओ-आरएटीएस (शंघाई कॉपोरेशन ऑरगेनाइजेशन-रीजनल एंटी टेरेरिस्ट स्ट्रक्चर) के अंतर्गत सहयोग के संभावनाओं का प्रयोग करना चाहिए। भारत आतंकवाद से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाने का आह्वान करता है।”