फ्रांस की राजधानी पेरिस में इंस्टिट्यूट ऑफ़ स्ट्रेटजिक रिसर्च में भारतीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पाकिस्तान को आतंकवाद पर फटकारते हुए कहा कि आतंकी ढाँचे की मौजूदगी और पड़ोसियों का आतंक को लगातार समर्थन भारत के धैर्य का इम्तिहान ले रहा है।
रक्षा मंत्री के मुताबिक भारत इस आतंकवाद से निपटने के लिए अभ्यास कर रहा है। उन्होनें 2016 में की गयी सर्जिकल स्ट्राइक का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि भारत को मजबूर किया गया, तो भारत को जवाब देना आता है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि आतंकी समूहों को आर्थिक मदद और हथियारों के जखीरे पहुंचाने के वाले सहयोगियों पर लगाम लगानी पड़ेगी। फ्रांस में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस दोनों मुल्क आतंक से पीड़ित है। फ्रांस की सरकार इससे निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण तीन दिवसीय यात्रा के लिए पेरिस पहुंची जिसका मकसद भारत और फ्रांस के मध्य समझौतों को मज़बूत करना था।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा माहौल को सबसे अधिक आतंकवाद से खतरा है। सीमा पार समर्थित आतंकवाद का खतरा अफगानिस्तान में बढ़ रहा है। इसकी चपेट में भारत सहित अन्य मुल्क भी आएंगे। आतंकवाद सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के क्षेत्र में लगातार हिंसा और अस्थिरता बनी हुई है। साथ ही पश्चिमी अफ्रीका और एशिया में भी आतंकवाद का खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने कहा एशिया और यूरोप में विदेशी आतंकी लड़कों और अवैध अप्रवासियों के घुसना वहां की स्थिरता को चुनौती दे रहा है। निर्मला सीतारमण भारत और फ्रांस के मध्य समझौते की प्रतिबद्धता के लिए गयी हैं। उन्होंने कहा भारत की फ्रांस के रक्षा क्षेत्र में मौजूदगी पेरिस के लिए फलदायी है। भारत की मेक इन इंडिया इनिशिएटिव के तहत नई दिल्ली में किसी तीसरे देश के निर्यात के लिए दरवाजे खुल गए हैं।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत बहुपक्षीय व्यापार और रणनीतिक संपर्क के लिए भारत सहयोग करेगा।
उन्होंने कहा भारत ने कोरियाई पेनिनसुला में वार्ता और कूटनीति के जरिये स्थिरता और शान्ति के लिए सदैव प्रयास किया है। मध्य पूर्व और पश्चिमी एशिया में विकास भारत के लिए एक सार्थक संकेत है। इस क्षेत्र में भारत 66 फीसदी ऊर्जा की जरूरतों की आपूर्ति करता है साथ ही यह 80 लाख भारतीयों का निवास स्थान है।