बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल को अचार संहिता उल्लंघन के मामले में एक महीने की सजा सुनाई गयी है। हालंकि सजा मिलते ही सांसद को जमानत पर कुछ ही देर के भीतर रिहा भी कर दिया गया है।
मामला 2014 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा है जिसमे उन्होंने अचार संहिता का उल्लंघन किया था। सांसद पर आरोप था कि एक रैली के दौरान उन्होंने तय संख्या से अधिक वाहनों का इस्तेमाल किया था। पाल पर यह आरोप तत्कालीन एसडीएम ने बंसी कोतवाली में लगाया था ।
इस मामले में एक महीने की सजा के साथ ही सीजेएम ने पाल पर 100 रुपए का जुरमाना भी लगाया है। अचार संहिता के उल्लंघन का मामला इससे पहले भी कई नेताओं पर लग चूका है।
इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आरोपी पाया गया था लेकिन बाद में आरोपों को वापस ले लिया गया था। अचार संहिता के मामले में कांग्रेस की सलमा बेगम, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के हाजी अबरार अहमद, गफ्फार मलिक, बीजेपी के सुनील त्यागी पर भी आरोप लग चुके है।
ख़बरों के अनुसार इन राजनेताओं ने सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर-बैनर लगाकर, बिना अनुमति के कार्यालय खोलकर और गलत ढंग से प्रचार में शामिल होकर अचार संहिता का उल्लंघन किया था।