भारत के मध्य क्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने कहा कि टीम तीसरे और निणार्यक वनडे में उसी तरह की क्रिकेट खेलेगी, जिस तरह की उसने विशाखापट्टनम में खेले गए दूसरे वनडे में खेली थी। भारतीय टीम ने उस मैच में 387 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था जिसमें अय्यर ने भी योगदान दिया था और 32 गेंदों पर 53 रन बनाए थे। उस मैच को जीत भारत ने तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली थी।
तीसरे मैच की पूर्व संध्या पर अय्यर ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “इससे पहले वाला मैच हमारे लिए करो या मरो का था। अगर हम मैच हार गए होते तो हम सीरीज हार जाते। इसलिए इस मैच में भी हम उसी मानसिकता के साथ खेलेंगे जिस तरह दूसरे मैच में खेले थे।”
रोहित शर्मा ने उस मैच में बेहतरीन शतक जमाया था। जब तक रोहित मैदान पर थे अय्यर आराम से खेल रहे थे लेकिन उप-कप्तान के आउट होने के बाद अय्यर ने दमदार खेल दिखाया।
उन्होंने कहा, “आपको स्थिति के हिसाब से खेलना होता है कि टीम क्या चाहती है और मैंने उस दिन यही किया। टीम नहीं चाहती थी मैं बड़े शॉट्स खेलूं और उस समय हमें बड़ी साझेदारी की भी जरूरत थी। हम चाहिए था कि हम स्कोरबोर्ड को लगातार बढ़ाते रहें।”
अय्यर ने कहा कि उन्होंने अपनी आक्रामकता को बनाए रखा है जो उनमें अपने करियर की शुरुआत से थी लेकिन वह समय के साथ जिम्मेदारी लेना भी सीख गए हैं।
उन्होंने कहा, “जब मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की थी तब मैं बेहद आक्रामक था और मैं कभी जिम्मेदारी लेकर नहीं खेलता था। मैं सिर्फ अपने दिल की सुनता था और लय के हिसाब से खेलता था। बाद में मैंने अहसास किया कि जब आप बड़े स्तर पर खेलते हो तो आपको जिम्मेदारी लेनी पड़ती है।”
अय्यर ने कहा कि टीम को क्या जरूरत है इस बात को दिमाग में रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा, “आपको टीम की डिमांड के हिसाब से खेलना होता है। मुझे लगता है कि जो भी डिमांड होती है आपको उसके हिसाब से खेलना होता है। मैं जिस तरह से दूसरे वनडे में खेला उससे मैं खुश हूं।’