कोलकाता नाइट राइडर्स के इस सीजन की शुरुआत शानदार रही थी लेकिन उसके बाद एकदम से टीम के प्रदर्शन में अपरिवर्तनीय पाया गया। जिसके चलते टीम को टूर्नामेंट में लगातार अपनी पांचवी हार का सामना करना पड़ा। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उनके घर में खेल रही कोलकाता को 9 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस सीजन में एक बार अंक तालिका के शीर्ष पर रह चुकी केकेआर की टीम अब आखिरी तीन टीमो में शामिल है।
अगर टीम अपने बाकी बचे चार मैचो में जीत दर्ज करती है तो वह अब भी प्लेऑफ में जगह बना सकती है। लेकिन अब उनके लिए ऐसा करना बहुत मुश्किल होगा। टूर्नामेंट में टीम की हार के लिए केकेआर के कप्तान कार्तिक को भारी आलोचना झेलनी पड़ी। विकेटकीपर बल्लेबाज, जिसे हाल ही में भारत की 15 सदस्यीय टीम में जगह मिली है वह खुद भी एक बल्लेबाज और खिलाड़ी के रुप में रन बनाने में सफल नही है।
पिछले साल, कार्तिक खुद अच्छी फॉर्म में थे और केकेआर को शीर्ष तीन में शामिल करने का नेतृत्व किया था, लेकिन इस साल यह केवल निराशा की कहानी रही है। पूर्व भारतीय टेस्ट सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने उनकी दोनों भूमिकाओं में इस सीजन में कार्तिक की विफलता के बारे में बात की। एक ट्वीट में, चोपड़ा ने कहा कि तमिलनाडु के 33 वर्षीय खिलाड़ी ने केकेआर के अच्छे प्रदर्शन के पीछे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन इस सीजन में नही।
उन्होंने कहा कि कप्तान ने पर्याप्त रन नहीं बनाए हैं और यहां तक कि रणनीति भी नही बनाई है। कार्तिक को इस आईपीएल की जो सबसे बड़ी आलोचना मिली, वह यह थी कि इन-फॉर्म बल्लेबाज आंद्रे रसेल को उनके अतिमानवीय फॉर्म के बावजूद ऑर्डर में नीचे उतारना था, जिससे उन्होने उनको अधिक से अधिक गेंदे खेलने से रोका।
आकाश चोपड़ा का दिनेश कार्तिक के लिए ट्विट:
Last season, DK was instrumental in #KKR’s rise. Unfortunately, he isn’t pulling his weight in the side this season. Not enough runs. In the last few games, tactically a little off the mark too… #IPL
— Aakash Chopra (@cricketaakash) April 21, 2019
कार्तिक का 2019 आईपीएल सीजन खराब चल रहा है:
एक बल्लेबाज के रूप में, 33 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए यह आईपीएल अबतक खराब रहा है, जहां उन्होने 10 मैचो में 119 की स्ट्राइक रेट के साथ महज 117 रन बनाए है। पिछले साल जब कार्तिक को गौतम गंभीर की जगह कप्तान बनाया गया था उन्होने 16 मैचो में 50 की औसत से 498 रन बनाए थे। इस साल वह बल्लेाजी क्रम में बहुत नीचे आ रहे है और आगे से टीम का नेतृत्व करने में भी सफल नही है।