भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान का मानना है कि इस साल आईसीसी विश्वकप के लिए अधिकांश खिलाड़ी टीम में जगह बनाना चाहते है, लेकिन टीम में जगह बनाने के लिए मध्य क्रम के बल्लेबाजो के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
क्रिकबज्ज से बात करते हुए, जहीर खान ने कहा हार्दिक पांड्या टीम के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे क्योंकि टीम में उनकी उपस्थिति टीम प्रबंधन को चुनने के लिए विकल्पो की अधिकता देती है।
जहीर खान को लगता है कि पांड्या का टीम में होने का मतलब है कि भारत या तो चार गेंदबाजो के साथ जा सकता है, या टीम उनको पांचवे पेसर के रूप में चुन सकती है और या तो टीम उनको चौथे पेसर और बल्लेबाज के रूप में प्लेइंग-11 में चुन सकती है। तो अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक और केएल राहुल में से कोई दो खिलाड़ी इंग्लैंड और वेल्स के लिए उड़ान भर सकते है।
जहीर ने आगे कहा, “जो अब मुख्य कारक बहस के लिए होगा वह यह है कि क्या आप तार तेज गेंदबाजो और हार्दिक पांड्या के साथ जाना चाहते है या आप मौका लेना चाहते और ठीक है, वह हमारा चौथा सीमर है।”
उन्होने आगे कहा, “मुझे लगता है कि चार गेंदबाजो के विकल्प के साथ जाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमे यह तथ्य ध्यान में रखना चाहिए की विश्वकप एक लंबा टूर्नामेंट है। तो आपको यह नही करना चाहिए की गेंदबाज बाहर से आए और उसी वक्त स्कावॉड में फिट हो जाए। अगर आप पहले ही उसे स्कॉवड में रखते है तो आप अपने सभी ठिकानो को कवर करते है।”
इससे पहले, हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए, जहीर खान ने विकटकीपर बल्लेबाज धोनी पर जोर देते हुए कहा था कि उनकी उपस्थिति टीम में युवा खिलाड़िया को दबाव को सही से झलने में मदद कर सकती है।
जहीर ने कहा, “धोनी ऐसे नही है जो अपने खेल को टेबल पर रखते है। विश्वकप में दबाव एक अहम भूमिका निभाएगा और उनके पास बहुत बड़ा अनुभव है; हम यह देख सकते है कि वह विकेट के पीछे से भी कितने चुस्त है, और कप्तान के साथ भी इंपुट सही से साझा करते है।”
जहीर खान द्वारा विश्वकप के लिए चुनी हुई टीम-
रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली (कप्तान), एमएस धोनी (विकेटकीपर), अंबाती रायुडू / दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद शमी , केएल राहुल।