रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने गुरुवार को यस बैंक के 52,911.70 करोड़ रुपये के बांड प्रोग्राम को डाउनग्रेड कर दिया। इसके पीछे एजेंसी ने बैंक द्वारा जुटाई गई पूंजी के समय और मात्रा के बारे में जारी अनिश्चितता का हवाला दिया है। आईसीआरए ने कहा कि पूंजी जुटाने में देरी और एनपीए में बढ़ोतरी की संभावना के साथ पूंजी और सॉल्वेंसी प्रोफाइल के आगे कमजोर होने की उम्मीद है। इसलिए पूंजी जुटाने की ‘तत्काल’ जरूरत है।
आईसीआरए ने कहा, “बैंक की सॉल्वेंसी प्रोफाइल कुल एनपीए/सीईटी के 36 फीसदी 30 सितंबर, 2019 (30 जून, 2019 तक 27 फीसदी) को होने के साथ कमजोर बनी हुई है।”
यस बैंक ने इस महीने की शुरुआत में 1.2 अरब डॉलर के बाध्यकारी प्रस्ताव पर विचार करने का निर्णय स्थगित कर दिया था। इसे निवेशक इर्विन सिंह ब्रिच ने प्रस्तुत किया था।
आईसीआरए ने उजागर किया कि अगर बैंक उक्त प्रस्ताव को स्वीकार करता है तो इसे अपने संकटग्रस्त लोन के शेयर को घटाने की जरूरत होगी।म