Mon. Dec 23rd, 2024
    चंदा कोचर

    आईसीआईसीआई ने अपनी पूर्व सीईओ और विडियोकोन मामले में दोषी पायी गयी चंदा कोचर को बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही उन्हें 2009 से आज तक मिले सभी बोनस को लौटाना पड़ेगा।

    ये बोली चंदा कोचर :

    आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख चंदा कोचर को बैंक द्वारा आचार संहिता और आंतरिक नीतियों का उलंघन करते हुए पाने के कारण आधिकारिक रूप से बर्खास्त कर दिया गया है जिस पर चंदा कोचर बोली की बैंक के इस फैसले के कारण वे आश्चर्यचकित है और वे सदमे में हैं।

    लौटने होंगे 9 सालों में मिले बोनस :

    चंदा कोचर द्वारा बैंक की नीतियों का उल्लंघन करते पाए जाने के कारण बैंक ने एक ठोस फैसला लिया है। इसके अंतर्गत  बैंक ने चंदा कोचर को 2009 से आज तक मिले बैंक से सभी बोनस की राशि लौटानी होगी। आईसीआईसीआई के अनुसार, जांच रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया कि सुश्री कोचर ने बैंक के “आचार संहिता का उल्लंघन किया था, हितों और विवादास्पद कर्तव्यों के टकराव से निपटने के लिए इसकी रूपरेखा और लागू भारतीय कानूनों, नियमों और विनियमों के संदर्भ में बैंक ने यह फैसला सुनाया है।

    क्या है आईसीआईसीआई-विडियोकोन मामला ?

    सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि ऐसा आरोप है कि 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3250 करोड़ रुपए का ऋण मिलने के कुछ महीनों बाद वीडियोकॉन प्रमोटर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर में करोड़ों रुपए निवेश किए। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धूत, दीपक कोचर और अज्ञात अन्य के खिलाफ पिछले साल मार्च में एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी।

    आईसीआईसीआई के अनुसार ये व्यक्ति उस मंजूरी समिति का हिस्सा थे जिसने 1,575 करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दी थी। ऍफ़आईआर के अनुसार, जून 2009 और अक्टूबर 2011 के बीच आईसीआईसीआई बैंकद्वारा छह “उच्च मूल्य वाले ऋण” का वितरण किया गया था।

    सीबीआई ने कहा कि कोचर और वेणुगोपाल धूत ने वीडियोकॉन समूह के लिए बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के माध्यम से ऋण प्राप्त किया था और इसका हिस्सा दीपक कोचर द्वारा स्थापित एक फर्म में डाल दिया था, जो एक क्विड प्रो क्वो का सुझाव देता है।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *