स्मार्टफोन के मामले में एक एप्पल ही ऐसा ब्रांड है, जिसके हर स्मार्टफोन के लॉंच के पहले ही दुनिया भर में उत्साह देखा जाता है। एक समय अपनी नयी तकनीक के लिए प्रसिद्ध एप्पल के लिए अब संकट का समय सामने आने लगा है।
मालूम हो कि एप्पल के शेयर वर्ष 2014 के बाद अब अपने न्यूनतम स्तर तक पहुँच चुके हैं, और इसका मुख्य कारण आईफोन की बिक्री में आने वाली कमी है।
बाज़ार विशेषज्ञों के अनुसार एप्पल के आईफोन की बाज़ार में कम होती माँग के चलते ही एप्पल के शेयर 215 डॉलर से घट कर 185 रुपए प्रति डॉलर पर आ गए हैं। इनका मानना है कि एप्पल के इस सबसे अधिक बिकने वाले उत्पाद की माँग अब वैश्विक स्तर पर घट रही है।
गौरतलब है कि आईफोन की बिक्री में वैश्विक स्तर पर 8 प्रतिशत की कमी आई है। इसके चलते माना जा रहा है कि एप्पल को अपने मूल्य में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।
कुछ जानकारों का ये भी मानना है कि एप्पल इस मुद्दे को जानबूझ कर उठाना चाहता है ताकि वो अपनी सुविधाओं में सामने आ रही खामियों की वजह से अपने ग्राहकों को जवाब देने से बच सके।
मालूम हो कि एप्पल आईफोन के अलावा भी काफी उत्पाद बाज़ार में पेश करता है। इसमें एप्पल वॉच से लेकर आई ट्यून्स तक शामिल हैं।
हालाँकि एप्पल ने अपने निवेशकों को भरोसा दिलाने के लिए ये कहा है कि वो इस पूरे मुद्दे को गौर से देखते हुए अब उत्पादों की बिक्री बढ़ाने पर ध्यान देने जा रहा है।
मालूम हो कि अपने अधिक विस्तार के तहत एप्पल अगले साल से ई-न्यूज़पेपर और विडियो स्ट्रीमिंग पर ध्यान टिकाने जा रहा है।