यद्दपि चोट किसी भी खिलाड़ी के लिए एक झुकाव होती है, लेकिन यह तमिलनाडु के खिलाड़ी वरुण चक्रवर्ती के लिए भेस बदलने की तरह था। लेकिन 2015 में हुई उनके घुटने की इंजरी ने उन्हे एक मध्यम वर्ग के तेज गेंदबाज से एक रहस्मय स्पिनर बना दिया। और अब, यह “रहस्मयी स्पिनर” जो तमिलनाडु की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलता है, वह आईपीएल का नया युवा करोड़पति बन गया है। आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने उन्हें उनके आधार मूल्य से 40 गुणा ज्यादा बोली लगाकर अपनी टीम के लिए 8.4 करोड़ में खरीदा है।
वरुण चक्रवर्ती का नाम तब सुर्खियो में आया जब वह तमिलनाडु प्रीमियर लीग खेलते थे, और वह कहते थे कि आईपीएल में बोली लगना मेरे लिए सपने की तरह होगा। ” मैं ईमानदारी से कहूं तो मैं थोड़ा परेशान था, मैं अपने माता-पिता के साथ ऑक्शन देख रहा था और टीम मेरे लिए बोली लगा रही थी। मैं खुश हूं कि मुझे किंग्स इलेवन पंजाब ने खरीदा।”
चक्रवर्ती तमिलनाडु के सातवें खिलाड़ी है जो किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलेंगे इससे पहले दिनेश कार्तिक, बालाजी, मुरली कार्तिक, मुरली विजय, टी नटराजन और किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के कप्तान आर.अश्विन शामिल है।
हालांकि चक्रवर्ती का जन्म तंजावुर जिले में हुआ था, फिर भी चेन्नई में उनका क्रिकेट स्थगन शुरू हुआ था। इंडियन एकस्प्रेस से बात करते हुए चक्रवर्ती ने कहा ” मैंने अपना करियर मध्यम वर्ग के गेंदबाज के साथ किया था, मैंने रिजर्व बैंक के लिए दो साल तक मैग्नेट सीसी, जुबली सीसी जैसे कई क्लबों के लिए खेला हैं। जब मैं क्रोमबेस्ट सीसी के लिए खेलता था तब मुझे चोट लगी थी और उस इंजरी के कारण मुझे क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। उस समय मैं टेनिस गेंद से स्पिन गेंदबाजी करता था लेकिन बाद में मैंने जल्दी ही लेदर की गेंद से स्पिन गेंदबाजी शुरु कर दी थी।”
तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने आकिटेक्चर में अपना करियर बनाने के लिए सात साल क्रिकेट को भी छोड़ा था, लेकिन घरेलू क्रिकेट से अच्छी खबर मिलने के बाद मैने इसे यह छोड़ दिया था।
चक्रवर्ती को अपने करियर में सफलता तमिलनाडु क्रिकेट लीग से ही मिलना शुरु हुई थी। 2017 में वरुण केराईकुडी कालाई से खेलते थे लेकिन तब वह इतने सफल गेंदबाज नही बने थे, उसके बाद सीजन 2018 में उन्होने मदुरई की तरफ से खेलते हुए बहुत 10 मैचो में 9 विकेट चटकाए और उन्होने उस सीजन हर ओवर 5 रन प्रति ओवर दिये थे।
चक्रवर्ती ने कहा ” टीएनपीएल एक बहुत शानदार अनुभव रहा है, जिसमें सिनियर खिलाड़ी अरुण कार्तिक, सुदीप चंदरन और राहिल शाह, जैसे खिलाड़ियो को भी बहुत कुछ सीखने को मिला था।”
वरुण मधुरई की टीम से एक जोरदार खिलाड़ी रहे है जिन्होने टीएनपीएल ट्रॉफी जीतवाने में अपनी टीम के लिए बहुत योगदान दिया हैं।
वरुण की स्पिन गेंदबाजी को सबसे पहले शहरी चयनकर्ता ने देखा था और उनकी प्रशंसा की थी, जिससे उनको उनकी शहर से खेलने का मौका मिला। वरुण ने विजय हजारे ट्रॉफी में भी अपनी टीम को नाराज नही किया और उन्होने 9 मैच में 22 विकेट चटकाए थे। उनका गेंदबाजी से यह योगदान टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर था।
वरुण ने कहा कि मेरी एक आदत और अपना पसंदीदा फिल्म स्टार कभी नही बदल सकता। ” मैं जहा पर भी जाता हूं गेंद अपने साथ लेकर जाता हूं, चाहे जब मुझे किसी कार्यक्रम पर भी जाना पड़े और अपने पसंदीदा फिल्म स्टार के फैन के बारे में उन्होने कहा मैं विजय का बहुत बड़ा फैन हूं, मुझे थालाभाटी फिल्मस देखने का बहुत शौक है।”