आईपीएल के 11वें संस्करण से पहले होने वाले ऑक्शन जैसे जैसे करीब आते जा रहें हैं, वैसे वैसे दर्शकों में जिज्ञासा का माहौल बना हुआ है कि उनकी पसंददीदा टीम में उनका पसंदीदा खिलाड़ी होगा या नहीं। इस बात का फैसला तो टीम के अधिकारी ही करेंगे।
बात ऑक्शन की की जाए, तो आईपीएल में ऐसा कईं बार हुआ है कि पिछड़ी पृष्ठभूमि से आए युवाओं को कईं क्षेत्रीय टीमों ने अपना हुनर दिखाने का मौका दिया है। ऐसे खिलाड़ियों में पहला नाम मोहम्मद शमी का ज़हन में आता है जो अब भारतीय टीम का एक महत्वपूर्ण अंग हो गए हैं।
मगर वे सिर्फ अकेले नहीं है जिन्हें ये अवसर मिला, बात करते हैं राजस्थान के एक इलाके से आए नत्थू सिंह की, जिन्हें 2016 में मुंबई इंडियंस ने 3.2 करोड़ रुपए में खरीदा था। नत्थू सिंह की इतनी बड़ी कीमत लगने की वजह थी उनका रणजी ट्रॉफी में प्रदर्शन जो कि सेलेक्टर्स का ध्यान खींचने के लिये काफी था। 140 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से गेंदबाज़ी करते नत्थू सिंह ने चयनकर्ता संदीप पाटिल को काफी प्रभावित किया था।
हालांकि नत्थू सिंह को इतनी बड़ी रकम देकर खरीदने के बाद भी उनको खेलने का ज़्यादा मौका नहीं दिया गया। गुजरात लायंस की तरफ से 2017 में हुई आईपीएल के सिर्फ दो ही मुकाबलों में नत्थू सिंह को उतारा गया जहां उन्हें सिर्फ एक विकेट लेकर संतुष्ट रहना पड़ा। आशा है कि आने वाले समय में हमे इस खिलाड़ी का खेल देखने को मिलेगा।