श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने कहा कि “आईएस ने शायद नयी रणनीति की शुरुआत की है जिसमे वह छोटे देशों को अपना निशाना बना रहा है।” श्रीलंका में ईस्टर रविवार को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। इस हमले में 250 लोगो की मृत्यु हुई थी।
छोटे देशों पर हमले की साजिश
स्काई न्यूज़ के साथ इंटरव्यू में राष्ट्रपति सिरिसेना ने कहा कि “श्रीलंका के छोटे नागरिकों के समूह के बाबत विभागों को जानकारी है। पिछले दशकों में जो विदेशों में आईएस से प्रशिक्षण लेने के लिए गए थे। विस्फोटक और यंत्रों के विश्लेषण को जब्त कर लिया गया है।”
21 अप्रैल के आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए बम का इस्तेमाल किया गया था। श्रीलंका के कई गिरिजाघरों और आलिशान होटलो में आतंकियों ने बम विस्फोट किया था और इन्हे मुल्क में ही बनाया गया था। श्रीलंका के आठ शहरो में बम धमाकों में 250 से अधिक लोगो की मौत हुई थी और सैकड़ो लोग घायल हुए थे।
अमेरिका ने श्रीलंका को आगाह किया था कि आईएस एक नयी योजना तैयार कर रही है, वह अधिक आतंकी हमले करने की फिराक में हैं। बीते सप्ताह श्रीलंका की सरकार ने दो स्थानीय इस्लामिक समूहों को प्रतिबंधित कर दिया था इसमें नेशनल थोविथ जमात और जमैथि मिल्लतहु इब्राहिम था।
बुर्का बैन
इन दो आतंकी समूहों का इस्लामिक स्टेट और दाएश से नाता है। रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति दफ्तार से जारी बयान के मुताबिक, देश में बुर्का सहित सभी चेहरे को ढ़कने वाले कपड़ो को प्रतिबंधित कर दिया गया है। न्याय मंत्री इस विषय पर परिषद् से चर्चा करेंगे और जरुरी विधेयक को ड्राफ्ट करेंगे।
अमेरिकी स्थित साइट इंटेलिजेंस ग्रुप के मुताबिक, अल बगदादी ने कहा कि “श्रीलंका में अपनी भाइयों की ख़ुशी के लिए उन्होंने सभी को इस कृत्य से खुश कर दिया कि ईस्टर के अपराधियों को उन्ही के घर में ही मार डाला था। साथ ही उसने श्रीलंका में अपराधियों यानी ईसाई समुदाय के दिलो में आतंकिवादियों को काँटा कहा था।”