अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख अर्थशास्त्री ने कहा कि भारत की बीते चार सालों में आर्थिक वृद्धि बहुत मज़बूत थी। उन्होंने जीएसटी और आईएबी कोड (इंसोलवेंशी एंड बैंकरॉप्सी) जैसे आर्थिक सुधारों की सराहना की थी। अर्थशास्त्री मौरिस ओब्स्टफील्ड इस माह के अंत में रिटायर होने वाले हैं जिनकी जगह भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ लेंगी। वह भारत की दूसरी अर्थशास्त्री होंगी।
इससे पूर्व भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आईएमएफ में इस पदाभार को संभाला था। मौरिस ओब्स्टफील्ड ने कहा कि नरेन्द्र मोदी की सरकार में भारत ने काफी मूलभूत सुधार किये हैं। भारत के बीते चार सालों के आर्थिक सुधारों के बाबत मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा कि भारत की वृद्धि दर बेहद मज़बूत हैं। उन्होंने कहा कि तीसरे क्वाटर में नहीं लेकिन औसतन आर्थिक वृद्धि भारत की मज़बूत है।
मौरिस ओब्स्टफील्ड ने भारत की सरकार को बैंकिंग प्रणाली में सुधार करने की हिदायत दी है साथ ही उन्होंने कहा किकर्ज सरकार को विरासत में मिला है और इससे निपटने आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सरकार बैंकिंग प्रणाली को सुधारने के लिए भरसक प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को इस बैंकिंग सिस्टम में आरती दबाव को कम करने के लिएसरकार को कई कदम उठाने की आवश्यकता हैं। हालांकि भारत में यह प्रयास दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत अभी आम चुनावून के मुहाने में हैं ऐसे में आरती गति को कमजोर पड़ने से रोकने के लिए कुछ करना जरुरी है।
मौरिस ओब्स्टफील्ड ने तीन वर्षों से अधिक मुख्य अर्थशास्त्री का पद संभाला है। इसके बाद वह कैलोफोर्निया उनीवेर्सिटी में अर्थशास्त्र विभाग का कार्यभार संभालेंगे।