अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने बैलआउट पैकेज को अंतिम रूप देने के लिए पाकिस्तान की यात्रा को मई तक स्थगित कर दिया है। सरकारी सूत्र ने द डॉन के हवाले से कहा कि “पूर्ण समझौते की अंतिम जानकारियों पर दोनों पक्षों के बीच अभी भी गहन चर्चा जारी है। इसलिए आईएमएफ अब अप्रैल में नहीं बल्कि सीधे मई में इस्लामाबाद का दौरा कर सकता है।”
बीते माह पाकिस्तान के वित्त उमर ने ऐलान किया था कि आईएमएफ अप्रैल में समझौते पर दस्तखत के लिए इस्लामाबाद की यात्रा करेगा। हालाँकि आईएमएफ ने इस हफ्ते असद उमर के साथ बैठक में पाकिस्तानी को चीनी वित्तीय सहायता पर अपनी संदेहजनक प्रतिक्रिया जारी की थी।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमएफ ने इस्लामबाद से चीनी कर्ज की जानकारी मुहैया करने की मांग की थी। साथ ही आईएमएफ ने चीन और पाकिस्तान से लिखित में देने को कहा था कि आईएमएफ की सहायता का इस्तेमाल चीनी कर्ज को लौटने में नहीं किया जायेगा।
इसके आलावा आईएमएफ ने इस्लामाबाद को स्टेट बैंक को पूर्णत स्वतंत्र करने की मांग की थी। अगर यह पैकेज अमेरिका को मिल गया तो यह पाकिस्तान का चौदवां राहत पैकेज होगा। चीन-पाक आर्थिक गलियारे पर आईएमएफ की चिन्ताओं पर चर्चा के लिए असद उमर इस माह के अंत में चीन की यात्रा कर सकते हैं।
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने कई देशों से मदद की गुहार लगाई थी। सऊदी अरब, यूएई और चीन ने पाकिस्तान को आर्थिक मुहैया की थी। आईएमएफ से कर्ज मिलने के बाद पाकिस्तान वैश्विक बाजार से भी कर्ज लेने में सक्षम हो जायेगा।