अमरावती के आंध्र प्रदेश की एकमात्र राजधानी का दर्जा खोने से नाराज तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेता दोक्का माणिक्य वरप्रसाद राव ने मंगलवार को राज्य विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया। पूर्व मंत्री ने अपना इस्तीफा तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू को भेजा है।
राव ने लिखा कि उनका इस्तीफा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी(वाईएसआरसीपी) सरकार द्वारा राज्य में तीन राजधानियों को विकसित करने के कदम के विरोध में है।
उन्होंने कहा कि उन्हें अमरावती के राज्य की राजधानी के तौर पर दर्जा खोने का दुख है, क्योंकि प्रमुख कार्यों को विशाखापट्टनम और कुरनूल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
उनका यह कदम उस दिन आया, जब परिषद ने तीन राज्यों की राजधानियों को बनाने के लिए सोमवार रात राज्य विधानसभा द्वारा पारित दो विधेयकों पर चर्चा करने वाला था।
उच्च सदन में बहुमत रखने वाली तेदेपा ने सभी सदस्यों को उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है।
58 सदस्यीय परिषद में तेदेपा के 34 सदस्य हैं, जबकि वाईएसआरसीपी के केवल नौ सदस्य हैं। अगर परिषद विधेयकों को खारिज कर देती है, तो उन्हें वापस विधानसभा में भेजा जाएगा। नियमों के अनुसार, परिषद दूसरी बार विधेयकों को अस्वीकार नहीं कर सकती है।