प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की 6 जनवरी, 2019 को आंध्र प्रदेश की यात्रा स्थगित कर दी गई है। जब से अंदर प्रदेश भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री के यात्रा की घोषणा की थी तभी से तेलुगु देशम पार्टी और मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने विरोध शुरू कर दिया था।
पहले के कार्यक्रम के अनुसार, 6 जनवरी को गुंटूर आने के बाद मोदी को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के अभियान को शुरू करने के लिए केरल के लिए रवाना होना था। केरल भाजपा के अध्यक्ष पी.एस. श्रीधरन ने गुरुवार को तिरुवनंतपुरम में कहा कि मोदी 6 जनवरी को आंध्र प्रदेश से पठानमथिट्टा पहुँचने वाले थे लेकिन कुछ जरूरी और अचानक बने कार्यक्रम की वजह से उनकी आंध्र प्रदेह्स यात्रा रद्द हो गई है।
हालाँकि भाजपा नेताओं ने बताया कि प्रधानमंत्री जनवरी के आखिरी हफ्ते में आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि फरवरी के आखिर तक प्रधानमंत्री के आंध्र प्रदेश में 3 दौरे होंगे।
तेलुगु देशम पार्टी के नेताओं ने पीएम के कार्यक्रम पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राज्य का दौरा करने से पहले, पीएम को राज्य पुनर्गठन अधिनियम में सभी लंबित वादों को पूरा करना चाहिए, जिसमें राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देना भी शामिल है।
एपी सरकार ने मोदी की यात्रा के मद्देनजर 6 जनवरी को विरोध दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। नायडू ने लोगों से पीएम की यात्रा के दौरान काले झंडे दिखाने के लिए भी कहा था। उन्होंने कहा, ” मोदी आंध्र प्रदेश का दौरा क्यों कर रहे हैं, क्या यह जांचना है कि यहां के लोग जीवित हैं या मर गए हैं?”
पिछले दो हफ्तों से, प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर भाजपा और तेलुगु देशम पार्टी के नेताओं के बीच वाकयुद्ध चल रहा था। इस साल आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के मांग के साथ तेलुगु देशम पार्टी ने एनडीए से नाता तोड़ लिया था और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भाजपा-विरोधी मोर्चे के गठन के लिए देश भर के नेताओं से मिलने निकल पड़े थे।